Coronavirus: राजस्थान की चारों सैंक्चुअरी में होगा बाघ और बाघिन का कोरोना टेस्ट
Coronavirus राजस्थान के रणथंभौर सरिस्का कुंभलगढ़ और मुकुंदरा सैंक्चुअरी के साथ ही सभी सैंक्चुअरीज और चिड़ियाघरों में वन्यजीवों के कोविड-19 की जांच होगी।
नरेन्द्र शर्मा, जयपुर। Coronavirus. न्यूयॉर्क के चिड़ियाघर में बाघिन के कोरोना पॉजिटिव होने की बात सामने आते ही राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीटीए) और राजस्थान सरकार सतर्क हो गई है। सरकार ने सभी वन्यजीवों के कोविड-19 जांच कराने के निर्देश दिए हैं। राजस्थान के रणथंभौर, सरिस्का, कुंभलगढ़ और मुकुंदरा सैंक्चुअरी के साथ ही सभी चिड़ियाघरों में वन्यजीवों के कोविड-19 की जांच होगी।
वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि बाघों के साथ ही अन्य हिंसक जानवरों के सैंक्चुअरी या चिड़ियाघर से बाहर निकलने की सूचना मिले तो उन पर पर भी कोविड-19 की जांच कराई जानी चाहिए।
राज्य के वनमंत्री सुखराम विश्नोई ने वन्यजीवों के संरक्षण को लेकर अधिकारियों से कहा कि बाघों सहित अन्य वन्यजीवों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी जानवर को ट्रैंकुलाइज किया जाए तो उनकी लार का नमूना कोरोना टेस्ट के लिए भरतपुर, हैदराबाद व पुणे प्रयोगशालाओं में कराई जानी चाहिए। वन्यजीवों के कोरोना वायरस की चपेट में आने की आशंका को देखते हुए बाघ-बाघिन सहित अन्य वन्यजीवों को केवल चिकन दिया जा रहा है। यहां बाहर से आने वाले मांस पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही वनक्षेत्रों में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारी मास्क, सेनेटाइजर एवं ग्लब्स का उपयोग कर रहे हैं।
वन्यजीवों के लिए टैंकों में पानी डालने से पूर्व उन्हें सेनेटाइज किया जा रहा है। प्रदेश की चारों सैंक्चुअरी को सेनेटाइज किए जाने की तैयारी की जा रही है। रणथंभौर सैंक्चुअरी के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक मनोज पाराशर का कहना है कि राष्ट्रीय बाघ प्राधिकरण ने गाइडलाइन जारी की है। इसमें कहा गया है कि अगर बाघ या बाघिन को ट्रैंकुलाइजेशन किया जाए तो कोरोना टेस्ट के लिए उनका नमूना लेना आवश्यक होगा।
गौरतलब है कि राजस्थान में भी कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। प्रदेश में अब तक कोरोना से छह लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही, सवा तीन और कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आ चुके हैं।