Rajasthan News: रीट मामले में केवल लीपापोती हुई, CBI को सौंपे बिना निष्पक्ष जांच संभव नहीं-देवनानी
अजमेर उत्तर के विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा है कि कांग्रेस सरकार ने राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) के पेपर लीक मामले में केवल लीपापोती की। एसओजी की जांच कहां तक पहुंची यह आज तक किसी को भी पता नहीं है।
अजमेर, 3 दिसंबर। पूर्व शिक्षा मंत्री व अजमेर उत्तर के विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा है कि कांग्रेस सरकार ने राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) के पेपर लीक मामले में केवल लीपापोती की। एसओजी की जांच कहां तक पहुंची, यह आज तक किसी को भी पता नहीं है। अब राजस्थान लोक सेवा आयोग के उप सचिव सत्यनारायण शर्मा द्वारा रीट में पास कराने की एवज में तीस लाख रूपए लेने का ताजा मामला सामने आया है, जिससे यह संदेह होता है कि रीट प्रकरण में कई लोग जुड़े हुए हैं।
रीट मामले में अनेक लोगों ने नाम आए थे सामने
देवनानी ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि जब तक रीट कराने वाली एजेंसी राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष डीपी जारोली और अन्य लोगों के राजनीतिक संरक्षण की सीबीआई से जांच नहीं कराई जाती, तब तक रीट पेपर मामले में सच्चाई सामने नहीं आ सकती है। उन्होंने कहा कि जब रीट मामला उजागर हुआ था, तब अनेक लोगों के नाम सामने आए थे, लेकिन करीब एक साल बाद अब राजस्थान लोक सेवा आयोग के उप सचिव का नाम सामने आया है। इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि रीट में मोटी रकम लेकर पास कराने का गोरखधंधा कितने व्यापक स्तर पर चला होगा।
इस मामले से सरकार को अपनी साख खराब होने का डर सता रहा है: देवनानी
देवनानी ने कहा कि यदि अब भी सरकार इस मामले की गहराई से जांच कराए, तो ऐसे अनेक नाम और सामने आने की संभावना रहेगी। चूंकि इस मामले से सरकार को अपनी साख खराब होने का डर सता रहा है, इसलिए पूरे मामले की जांच सीबीआई को नहीं सौंपना चाहती है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार को अभ्यर्थियों के हितों की तनिक भी चिंता है, तो वह तुरंत दूध का दूध और पानी का पानी करने के लिए इस मामले की जांच तुरंत सीबीआई को सौंपे।