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ऑपरेशन थिएटर में लड़ते रहे डॉक्टर, बच्चे की चली गई जान

मरीज के लिए भगवान समझे जाने वाले डॉक्टर ऑपरेशन टेबल पर महिला को बेहोश छोड़ आपस में भिड़ गए।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 30 Aug 2017 11:56 AM (IST)Updated: Wed, 30 Aug 2017 03:19 PM (IST)
ऑपरेशन थिएटर में लड़ते रहे डॉक्टर, बच्चे की चली गई जान
ऑपरेशन थिएटर में लड़ते रहे डॉक्टर, बच्चे की चली गई जान

जोधपुर,  [जेएनएन]। जोधपुर के सबसे बड़े महिला चिकित्सालय उम्मेद अस्पताल में ऑपरेशन थियेटर में बेहोश पड़ी एक महिला का ऑपरेशन करने के बजाय दो डॉक्टर आपस में भिड़ गए। मरीज के लिए भगवान समझे जाने वाले डॉक्टर ऑपरेशन टेबल पर महिला को बेहोश छोड़ आपस में भिड़ गए। महिला का ऑपरेशन प्राथमिकता से किया जाना था, लेकिन ऑपरेशन टेबल पर बेहोश पड़ी महिला को छोड़ मरीज के लिए भगवान समझे जाने वाले डॉक्टर काफी देर तक एक-दूसरे से उलझते रहे। ऑपरेशन में विलम्ब होने के कारण नवजात बच्ची की मौत हो गई।

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दोनों के बीच इस तरह तकरार का वीडियो वायरल हो जाने के बाद एक डॉक्टर को एपीओ कर दिया गया वहीं दूसरे के खिलाफ एक्शन के लिए कार्मिक विभाग को लिखा गया है। राजस्थान के जोधपुर में स्थित उम्मेद सरकारी अस्पताल में चिकित्सा के पेशे को शर्मसार करने वाला घटनाक्रम हुआ। मंगलवार को अस्पताल के लेबर रूम में प्रसव के लिए टेबल पर लेटी प्रसूता दर्द से कहराती रही और वहां मौजूद दो चिकित्सक आपस में झगड़ते रहे, दोनों ने एक-दूसरे को औकात दिखाने की धमकी दी।

इस झगड़े में चिकित्सक सीजेरियन प्रसव को भूल गए,मौके पर मौजूद नर्सिग स्टाफ ने करीब 15 मिनट तक चले विवाद को शांत कराया और प्रसव कराया तब तक काफी देर हो चुकी थी। नवजात की सांसे जन्म लेने के कुछ ही मिनट बाद थम चुकी थी । चिकित्सकों की इस लापरवाही से नाराज राजस्थान हाईकोर्ट के जस्टिस गोपालकृष्ण व्यास ने बुधवार को स्वप्रेरणा से प्रसंज्ञान लेते हुए पूरे घटनाक्रम की जानकारी मांगी है।

वहीं राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा ने मामले को गंभीर मानते हुए अस्पताल के अधीक्षक को 1 सितम्बर को तलब किया है। सुमन शर्मा ने चिकित्सकों के व्यवहार को शर्मनाक बताते हुए कहा कि प्रसव के दौरान मोबाइल से विड़ियो बनाना भी गलत है। इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकारी के निर्देश पर चिकित्सा विभाग ने  आॅपरेशन थियेटर में झगड़ा करने वाले दो चिकित्सकों को निलम्बित कर दिया है।

उल्लेखनीय है कि मंगलवार को जोधपुर स्थित राज्य के बड़े सरकारी अस्पतालो में से एक उम्मेद अस्पताल में शहर के रातानाड़ा निवासी महिला अनिता को चिकित्सक ने चैकअप के बाद प्रसव के लिए आॅपरेशन थियेटर में भेज दिया। महिला की हालत इतनी गंभीर थी कि यदि कुछ ही देर में सीजेरियन प्रसव नहीं कराया जाता तो उसकी अथवा पैदा होने वाले बच्चे की मौत हो सकती थी। महिला को आॅपरेशन थियेटर में ले जाया गया तो वहां मौजूद दो चिकित्सकों डॉ.एम.एल.टाक और डॉ.अशोक नैनीवाल में आपस में झगड़ा हो रहा था। दोनों चिकित्सकों में जब झगड़ा हो रहा था तो वहां पहले से तीन प्रसूता टेबल पर लेटी हुई थी।

अनिता की हालत इस दौरान लगातार बिगड़ती रही,यह देखकर मौके पर मौजूद नर्सिगकर्मियों नें दोनों चिकित्सकों को अनिता को देखने के लिए समझाया ,लेकिन वे माने नहीं। इस दौरान एक नर्सिंगकर्मी ने चिकित्सकों के इस विवाद का अपने मोबाइल से विड़ियो बना लिया,जो मंगलवार देर शाम वायरल हो गया,विड़ियों में दोनों चिकित्सक एक-दूसरे को औकात दिखाने की धमकी देते रहे । विवाद थोड़ा शांत हुआ तो महिला अनिता का सीजेरियन प्रसव कराया गया,उसने बच्चे को जन्म दिया । लेकिन बच्चे ने कुछ ही देर में दम तोड़ दिया । 

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