उदयपुर, जागरण संवाददाता। आदिवासियों के महातीर्थ बेणेश्वर धाम के घाट पर पूजा-अर्चना और तर्पण कर रहे पंडितों को एक सरकारी टीचर ने डराया-धमकाया और गाली-गलौज की। उसने पंडितों को आदिवासियों को लूटने वाला बताते हुए भाग जाने की धमकी दी। मामला डूंगरपुर जिले के साबला थाना क्षेत्र स्थित बेणेश्वर धाम का है। हालांकि यह मामला एक दिन पहले का बताया जा रहा है, लेकिन इस पूरी घटना वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। बेणेश्वर धाम में एक फरवरी से शुरू होने वाले मेले से पहले यह विवाद सामने आने से लोगों में काफी चर्चा है।

पंडितों को डराया-धमकाया

साबला थानाधिकारी मोहम्मद रिजवान खान ने बताया कि उनके पास भी ये वीडियो आया है। जांच करने पर ये वीडियो रविवार का बताया जा रहा है। बेणेश्वर धाम के आबूर्दा घाट पर पंडित पूजा अर्चना ओर तर्पण-अर्पण का कार्य कर रहे थे। उसी समय खानन निठाउवा गांव के सरकारी स्कूल का अध्यापक दिनेश मीणा घाट पर आया। पूजा अर्चना कर रहे पंडितों को डराना-धमकाना शुरू कर दिया। पंडितों को अपशब्द भी कहे। सरकारी टीचर होते हुए दिनेश मीणा ने पंडितों को धाम से भाग जाने की धमकी भी दी, लेकिन पंडित हाथ जोड़कर उसे समझाते रहे।

रोड जाम करने का केस है दर्ज

सरकारी टीचर बहुत समय तक पंडितों को धमकाता रहा ओर फिर वापस अपने साथियों के साथ आने का बोलकर चला गया। वहीं, थानाधिकारी मोहम्मद रिजवान खान ने बताया की मामले में अब तक किसी भी व्यक्ति की ओर से कोई रिपोर्ट नहीं दी गई है। रिपोर्ट मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया की सालभर पहले साबला में एक डंपर की टक्कर से युवक की मौत हो गई थी। उस समय टीचर दिनेश मीणा ने ही रोड जामकर दिया था। इस मामले में भी उसके खिलाफ केस दर्ज है। वहीं शिक्षा विभाग ने शिक्षक को सस्पेंड करते हुए सलूम्बर ब्लॉक शिक्षा कार्यालय में उपस्थिति देने निर्देश दिए है। वहीं, पंडितों को डराने धमकाने की घटना के बाद से बेणेश्वर धाम पर पूजा करने वाले पंडितों में डर का माहौल है।

एक से पांच फरवरी तक आयोजित होगा मेला

आदिवासियों का कुम्भ, प्रयाग कहे जाने वाला बेणेश्वर मेला राजस्थान के डूंगरपुर में लगता है, जो इस बार 1 से 5 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। बेणेश्वर देश में आदिवासियों के सबसे बड़े मेलों में से एक है, जहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं। माही, सोम और जाखम नदियों के संगम पर माघ शुक्ल पूर्णिमा को मेला भरता है, जो डूंगरपुर शहर से 68 किमी की दूरी पर है। तीनों नदियों के संगम पर स्थित इस स्थान पर डुबकी लगाने के बाद भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए बेणेश्वर मंदिर जाने की तमन्ना हर किसी की रहती है। बेणेश्वर के मंदिर के परिसर में लगने वाला यह मेला भगवान शिव को समर्पित होता है।

विप्र सेना ने अतिरिक्त आयुक्त को दिया ज्ञापन

डूंगरपुर स्थित बेणेश्वर धाम में पुजारी कल्पेश सेवक से बीटीपी विचारधारा से जुड़े सरकारी टीचर के द्वारा अभद्रता कर पूजा पाठ करने से रोकने के असफल प्रयास किए गए और वहां मौजूद अन्य पुजारियों से भी बदतमीजी करनी की कोशिश की गई। इस ही संबंध में मंगलवार को उदयपुर में अतिरिक्त आयुक्त अंजली राजोरिया और आयुक्त अनिल शर्मा को विप्र सेना प्रदेशाध्यक्ष दिनेश शर्मा, गोविंद दीक्षित, घनश्याम मेनारिया, जिलाध्यक्ष मोहन मेनारिया, राजेश भट्ट, नन्द लाल जोशी, ईन्दर मेनारिया, गौरव मेनारिया, यशवंत पालीवाल, अभी हरतावत, यश त्रिवेदी, आदि की उपस्थिति में ज्ञापन दिया गया।

एसडीएम से मुलाकात कर पंडितों ने मांगी सुरक्षा

बेणेश्वर धाम पर एक सरकारी शिक्षक की ओर से पंडितों को डराने धमकाने के मामले में लोगों का आक्रोश फूट पड़ा है। ब्राह्मण समाज, विप्र फाउंडेशन की ओर से मंगलवार को साबला में एसडीएम और थानाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। ब्राह्मण समाज की ओर से आरोपी शिक्षक के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने और पंडितों की सुरक्षा की मांग की गई है।

यह भी पढ़ें-

पांच साल में मेडिकल डिवाइस आयात दोगुना, लेकिन चीन से आयात तीन गुना बढ़ा; इंपोर्ट पर निर्भरता 80% से अधिक

Fact Check: गोपालगंज में क्रिकेट खेलने के विवाद के कारण हुई हिंसा की घटना को सांप्रदायिक रंग देकर किया जा रहा वायरल

Edited By: Sonu Gupta