वसुंधरा ने संघ के नेता को सौंपी आरपीएससी की कमान
सचिन पायलट का कहना है कि राजस्थान की वसुंधरा सरकार पर संघ पूरी तरह हावी है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान की वसुंधरा सरकार ने संघ के स्वयंसेवक राधेश्याम गर्ग को राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) का चेयरमैन नियुक्ति किया है। गर्ग धौलपुर में आरएसएस के जिला संघचालक हैं। वह संघ के केंद्रीय नेतृत्व के निकट माने जाते हैं। कहा जा रहा है कि पिछले दो साल से सरकार से नाराज संघ के प्रदेश नेतृत्व को खुश करने के लिए सरकार ने यह नियुक्ति की है।
वसुंधरा सरकार ने यह आदेश शुक्रवार रात जारी किया। हालांकि, मुख्यमंत्री आरपीएससी के चेयरमैन पद पर राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक अजीत सिंह अथवा 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो रहे प्रदेश के मुख्य सचिव अशोक जैन को नियुक्त करना चाहती थीं, लेकिन संघ के निर्देश के बाद गर्ग की नियुक्ति की गई। गौरतलब है कि आरपीएससी के माध्यम से ही राज्य के महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर भर्तियां की जाती हैं।
संघ को खुश करने में जुटी सरकार
वसुंधरा सरकार पहले ही संघ की पसंद पर ओंकार सिंह लखावत, ज्योति किरण, हरिश कुमावत, मनन चतुर्वेदी, गोपाल सिंह सहित एक दर्जन नेताओं को विभिन्न बोर्ड एवं निगमों के चेयरमैन के पद पर नियुक्ति देते हुए कैबिनेट मंत्री का दर्जा दे चुकी है। वहीं, राज्य के विश्र्वविद्यालयों में संघ के नेताओं को कुलपति बनाया गया है। सरकार ने संघ को खुश करने के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर 16 योजनाएं बनाई हैं। इनमें दीनदयाल ग्रामीण पट्टा वितरण अभियान, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना, दीनदयाल उपाध्याय स्वरोजगार योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना समेत कई योजनाएं हैं।
कांग्रेस का आरोप, सरकार पर संघ हावी
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट का कहना है कि राजस्थान की वसुंधरा सरकार पर संघ पूरी तरह हावी है। सरकार जनहित का कोई काम नहीं कर रही, केवल संघ को खुश किया जा रहा है। भाजपा दीनदयाल उपाध्याय को जबरन महापुरुष बनाने पर तुली है।
सरकार बोली, पंडित दीनदयाल हमारे आदर्श
राजस्थान के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी का कहना है कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय बड़े महापुरुष हैं। वह इस सम्मान के हकदार हैं। वह हमारे आदर्श हैं।