Rajasthan: अलवर में मूध-बधिर से सामूहिक दुष्कर्म मामले में एसपी ने किया बड़ा खुलासा
Rajasthan अलवर में मूध-बधिर से सामूहिक दुष्कर्म मामले में एसपी तेजस्वनी गौतम ने शुक्रवार को कहा कि पुलिस को मिले तकनीकी साक्ष्य और वीडियो के आधार पर दुष्कर्म पीड़िता तिजारा फ्लाईओवर (घटनास्थल) पर स्वस्थ नजर आ रही है।
जयपुर, एएनआइ। राजस्थान के अलवर में मूध-बधिर से सामूहिक दुष्कर्म मामले में एसपी तेजस्वनी गौतम ने शुक्रवार को बड़ा खुलासा किया है। उनके मुताबिक, पुलिस को मिले तकनीकी साक्ष्य और वीडियो के आधार पर दुष्कर्म पीड़िता तिजारा फ्लाईओवर (घटनास्थल) पर स्वस्थ नजर आ रही है। उनके मुताबिक, डाक्टरों ने कहा कि उसकी मेडिकल जांच से पता चलता है कि उसके गुप्तांगों में कोई चोट नहीं है। एसपी ने कहा कि 11 जनवरी की घटना के बाद प्रथम दृष्टया मामला दर्ज किया गया था। जांच के अनुसार, लड़की (पीड़िता) अपने गांव से शहर (जयपुर) अकेले आटो में सवार हुई। आटो में केवल साथी यात्री थे और वह पूरी तरह से ठीक लग रही थी। इधर, अलवर में मूक-बधिर नाबालिग के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म को लेकर राजनीति गर्मा गई है। भाजपा ने वीरवार को राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफा मांगा है। इसके साथ ही सूबे के प्रवास पर आईं कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का घेराव करने की कोशिश की। बढ़ते विरोध को देखते हुए गहलोत ने चार मंत्रियों को अस्पताल भेजकर पीडि़ता की कुशलक्षेम पता की।
जानें, क्या है मामला
गौरतलब है कि गत मंगलवार रात को 14 साल की मूक-बधिर का कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया था। सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसको तिजारा फाटक पुलिया पर फेंक कर अरोपित फरार हो गए थे। कार से नाबालिग को फेंकते हुए कुछ लोगों ने देखा तो पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुचे पुलिसकर्मियों ने नाबालिग को पहले स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां से जयपुर के जेकेलोन अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। इस वारदात के बाद सूबे की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा आक्रामक हो गई है।
प्रियंका गांधी को दिया ज्ञापन
भाजपा के राज्यसभा सदस्य डा. किरोड़ी लाल मीणा गुरुवार दोपहर में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का घेराव करने के लिए महिलाओं के साथ सवाईमाधोपुर पहुंच गए। मीणा और उनके साथ दो बसों में पहुंची महिलाएं उस शेरबाग होटल में जाना चाहते थे, जहां प्रियंका तीन दिन से अपने स्वजन के साथ ठहरी हुई हैं। लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें होटल से पहले ही रोक लिया। मीणा की पुलिस अधिकारियों के साथ काफी देर तक तकरार भी हुई, लेकिन बाद में आधा दर्जन महिलाओं के प्रियंका को ज्ञापन देने की अनुमति मिली। हालांकि मीणा ने आरोप लगाया कि ज्ञापन देने गई महिलाओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने इस बात से इन्कार किया है। ऐसे में मीणा कुछ महिलाओं के साथ धरने पर बैठ गए। इसी बीच, भाजपा की राष्ट्रीय सचिव अलका गुर्जर सहित चार नेताओं की टीम प्रियंका से मिलने के लिए सवाईमाधोपुर पहुंची। पुलिसकर्मियों ने उन्हें भी रास्ते में ही रोक लिया। बाद में उन्हें हिरासत में लिया गया। उधर, गहलोत सरकार भी सक्रिय हो गई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर से बात कर आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं।