Shilpgram Festival 2019: शिल्पग्राम उत्सव में दिखेगी देश की विविधता, राज्यपाल करेंगे उद्घाटन
Shilpgram Festival 2019 In Udaipur. शिल्पग्राम उत्सव 21 से 30 दिसंबर तक आयोजित होगा। इसका उद्घाटन राज्यपाल कलराज मिश्र करेंगे।
उदयपुर, संवाद सूत्र। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की ओर से हर साल आयोजित होने वाले शिल्पग्राम उत्सव में इस बार 21 राज्यों के कलाकार भाग लेंगे। शिल्पग्राम उत्सव 21 से 30 दिसंबर तक आयोजित होगा। इसका उद्घाटन राज्यपाल कलराज मिश्र करेंगे। राज्य के कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बीडी कल्ला को अध्यक्षता के लिए आमंत्रित किया गया है। 'शिल्पग्राम उत्सव-2019' की थीम 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' रखी गई है।
केंद्र के प्रभारी निदेशक सुधांशु सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय हस्त शिल्प एवं लोक कला उत्सव 'शिल्पग्राम उत्सव' में 21 राज्यों के 700 लोक कलाकार और 800 से अधिक शिल्पकार भाग लेंगे। इसका आयोजन भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय, विकास आयुक्त हथकरघा, नई दिल्ली, विकास आयुक्त हस्तशिल्प राष्ट्रीय पटसन बोर्ड, ट्राइफेड तथा क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों के सहयोग से 21 दिसंबर से होने जा रहा है।
सिंह ने बताया कि उत्सव के पहले दो दिन बाई मेजेयी (नगालैंड), शास्त्रीय नृत्य ओडिशा, गोटीपुवा, संबलपुरी (ओडिशा), चेराव (मिजोरम), लाय हरोबा, थांग-ता, पुंग चोलम (मणिपुर), छाऊ (झारखंड), खोलवादन (बंगाल), लेबांग बुमिनी (त्रिपुरा), ढाल थुंगरी, बारदोई सिकला व लोक वाद्य (असम), पारंपरिक परिधान प्रदर्शन का प्रदर्शन होगा।
उन्होंने बताया कि इसके बाद 24 व 26 दिसंबर तक बस्तर फोक बैंड (छत्तीसगढ़), वाद्य वंृद (आंध्र प्रदेश), दक्षिण भारत के शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम, कथकली, मोहिनी अट्टम, कुचीपुड़ी, माधुरी, लंबाड़ी (तेलंगाना), लावणी (महाराष्ट्र), गणगौर (मध्य प्रदेश), वीर वीरई नटनम् (पुद्दुचेरी), पूजा कुनीथा (कर्नाटक), मलखंभ (महाराष्ट्र) का प्रदर्शन होगा। इसी तरह आगामी दिनों में कथक, रौफ (जम्मू-कश्मीर), छपेली (उत्तराखड), जब्रो व फ्लॉवर (लद्दाख), भांगड़ा व गिद्दा (पंजाब), मयूर (राजस्थान), घूमर (हरियाणा), भपंग, कालबेलिया, चरी (राजस्थान), बिहू (असम), पुंग चोलम, स्टिक (मणिपुर), सिंगारी (ओडिशा), भांगड़ा, गिद्दा (पंजाब), मेवासी (गुजरात), नटुवा (बंगाल), झंकार तथा वाद्य फ्यूजन (महाराष्ट्र) कला शैलियों आधारित कार्यक्रम होंगे। परिवहन विभाग ने शहर से शिल्पग्राम हेतु आवागमन के लिए विभिन्न रूटों पर परमिट जारी किए हैं।
गुजरात के हंसमुखराय का होगा सम्मान
लोककला के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले पद्मभूषण डॉ. कोमल कोठारी की स्मृति में दिए जाने वाला लाइफटाइम अचीवमेंट लोककला पुरस्कार इस साल अहमदाबाद के हंसमुखराय ब्रजलाल याग्निक को प्रदान किया जाएगा। यह पुरस्कार राज्यपाल कलराज मिश्र प्रदान करेंगे। पुरस्कार के तहत हंसमुखराय को दो लाख इक्यावन हजार का चेक, प्रशस्ति स्वरूप रजत पट्टिका एवं शॉल पहनाकर सम्मानित किया जाएगा।
हंसमुखराय ने गुजरात साहित्य अकादमी में रजिस्ट्रार के रूप में सेवाएं दी। इस दौरान उन्होंने 21 उपन्यास, लघुकथाओं की 23, गुजरात के लोक साहित्य पर 25, भारतीय शास्त्रीय संगीत पर 14 एवं बाल साहित्य पर नौ पुस्तकें लिखने के साथ मध्य गुजराती साहित्य और आदिवासी साहित्य के संपादन और शोध पर कार्य किया।