शेखावत ने कहा- अशोक गहलोत पोस्टर बॉय बनने में बिजी, प्रदेश का युवा हो रहा परेशान
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने राजनीतिक लाभ प्राप्त करने के चक्कर में प्रदेश की जनता के साथ छलावा कर रहे हैं ।
रंजन दवे, जोधपुर । गांव, गरीब, किसान ,मजदूर युवा और तो और महिलाएं भी प्रदेश सरकार के दिखाए गए दिवास्वप्न से खुद को ठगा सा महसूस कर रही है, और प्रदेश के मुखिया खुद को पोस्टर बॉय बनाने के काम में बिजी है ।जबकि हकीकत में पिछले 1 साल से राजस्थान लगातार गर्त में जा रहा है । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने राजनीतिक लाभ प्राप्त करने के चक्कर में प्रदेश की जनता के साथ छलावा कर रहे हैं ।उनके राजनीतिक लाभ प्राप्त करने के आकांक्षा को प्रदेश की जनता और किसान भुगत रहे हैं ।यह कहना है केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और जोधपुर के सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत का। प्रदेश की कांग्रेस नीत गहलोत सरकार के कार्यकाल के लगभग 1 साल पूरा होने के अवसर पर जोधपुर में भाजपा के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री ने गहलोत सरकार को आडू हाते लेते हुए प्रदेश को घट में ले जाने का आरोप मढ़ा।
जोधपुर के सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत में प्रदेश सरकार की नीतियों से राजस्थान को बिजली पानी और सड़क से की मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित होने की बात कहते हुए शेखावत ने प्रदेश सरकार के द्वारा हाल ही में बढ़ाई गई बिजली की दरों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया उन्होंने कहा कि बिजली में करंट नहीं जितना की बड़ी दर का झटका आम जनता को लग रहा है महिला अपराधों में प्रदेश अब सिरमौर बना है और गहलोत सरकार ने अपने राजनीतिक हितों के चलते पंचायत से लेकर नगर निगम के टुकड़े मनमाने तरीके से किए हैं जिसका मात्र एक उद्देश्य येन केन प्रकारेण सत्ता में आना और बने रहना है। शेखावत ने पढ़े लिखे लोगों की बजाए पंचायत चुनाव में अनपढ़ लोगों को भी चुनाव लड़ने के दायरों में लाने को लेकर अशोक गहलोत से सवाल पूछा और प्रदेश को पुनः आदम युग की ओर धकेलने का आरोप लगाया है।
राजनीति में दो नम्बर के पैसे के बयान पर किया पलटवार
1 दिन पूर्व हाई कोर्ट के नए भवन के उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राजनीति में दो नंबर के पैसों के बयान पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री ने अशोक गहलोत से पूछा है कि 45 वर्षों की राजनीति के बाद 12 से अधिक चुनाव लड़ने के बाद अब उन्हें इस बात की याद कैसे आई और तो और हाल ही में लोकसभा चुनाव में अपने पुत्र मोह में सरकारी महकमो को चुनाव जिताने के लिए लगाते समय उनको भृष्टरचार नही दिखा क्या। शेखावत ने गहलोत को अन्तरतविचार करने की नसीहत दी।