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Rajasthan: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत आठ नवंबर को आएंगे जयपुर

Mohan Bhagwat Jaipur Visit आरएसएस के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत दो दिन के प्रवास पर जयपुर आएंगे। वे यहां दो दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की उत्तर-पश्चिम क्षेत्र की बैठक में भाग लेंगे। उत्तर-पश्चिम क्षेत्र के संघचालक डॉ. रमेश के अनुसार भागवत आठ नवंबर को जयपुर में रहेंगे।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 06 Nov 2020 08:33 PM (IST)Updated: Fri, 06 Nov 2020 08:33 PM (IST)
Rajasthan: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत आठ नवंबर को आएंगे जयपुर
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत आठ नवंबर को जयपुर आएंगे।

जागरण संवाददाता, जयपुर। Mohan Bhagwat Jaipur Visit: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत दो दिन के प्रवास पर जयपुर आएंगे। वे यहां दो दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की उत्तर-पश्चिम क्षेत्र की बैठक में भाग लेंगे। उत्तर-पश्चिम क्षेत्र के संघचालक डॉ. रमेश के अनुसार, भागवत आठ नवंबर को जयपुर में रहेंगे। उल्लेखनीय है कि प्रतिवर्ष होने वाली कार्यकारी मंडल अखिल भारतीय स्तर की बैठक इस बार कोरोना के चलते स्थगित हो गई थी, उसके स्थान पर अलग-अलग क्षेत्र अनुसार बैठकें रखी गई है। उत्तर पश्चिम (राजस्थान) क्षेत्र के तीनों प्रांतों, जयपुर, जोधपुर और चित्तौड़ की यह बैठक जयपुर में अंबाबाड़ी स्थित आदर्श विद्या मंदिर में होगी। इस बैठक में सरसंघचालक के साथ संघ के सरकार्यवाह सुरेश (भैयाजी) जोशी भी रहेंगे। 

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भागवत ने गत अक्टूबर को राजस्थान में कहा था कि लोगों का आरएसएस के सोशल वर्क को लेकर विश्वास बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान भारत ने सामाजिक केंद्र होने का उदाहरण पेश किया है। वह यहां भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) के वर्चुअल राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने आए थे। सम्मेलन में भागवत ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ को असंगठित क्षेत्र में अपने कार्य का विस्तार देना चाहिए, ताकि वहां बदलाव लाया जा सके। सम्मेलन में देश के करीब छह हजार संघों और 40 सेक्टरों के परिसंघों के तीन हजार से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए। संघ प्रमुख ने कहा कि बीएमएस को शोषण मुक्त भारत बनाने के लिए काम करना चाहिए, ताकि हर किसी को न्याय मिले।

बीएमएस को समाज के हाशिए के तबके के विकास के लिए काम करने वाले दूसरे समान विचारों वाले और प्रतिबद्ध संगठनों के साथ मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने श्रम क्षेत्र में नई कार्य संस्कृति बनाने और उसके विकास के लिए काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बीएमएस मजदूरों के अधिकारों और उनके कल्याण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए 'संघर्ष और संवाद' के सिद्धांत पर काम कर रहा है। चर्चा में शिक्षा, स्व रोजगार और आत्मनिर्भरता जैसे क्षेत्रों में संघ द्वारा किए गए कार्यों पर भी बात की गई। 


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