भिवाड़ी, जागरण टीम: कस्बे के सांथलका गांव से तीन सगे भाइयों का अपहरण व दो की हत्या की वारदात से भिवाड़ी के लोग सहमे हुए हैं। बच्चों के माता-पिता ने सोचा भी नहीं था कि पड़ोस में रहने वाले युवक ही हैवान बनकर उनकी हंसती खेलती दुनिया को उजाड़ देंगे। जानकार होने के कारण बच्चे भी दोनों आरोपितों के साथ आसानी से चली गए। आरोपितों ने अपनी तरफ तीनों बच्चों का गला घोंट कर मार दिया था, लेकिन सात साल का शिवा बच गया।
पड़ोसी ही निकले हत्यारे
उत्तर प्रदेश के जिला कन्नोज के गांव हजियापुर के रहने वाले ज्ञान सिंह व उनकी पत्नी रेहड़ी लगा कर गुजर-बसर करते है और बच्चों के साथ सांथलका गांव में ही किराये पर रहते थे। 15 अक्टूबर को उनके तीनों बच्चे 13 वर्षीय अमन, आठ वर्षीय विपिन व सात वर्षीय शिवा के लापता होने से आम लोगों में ही नहीं, बल्कि पुलिस विभाग में भी हड़कंप था। पुलिस ने जांच शुरू की तो कुछ जानकारी सामने नहीं आ पाई।
एक काल ने पहुंचाया हत्यारों तक
सोमवार को बच्चों के चाचा के पास अनजान नंबर से एक काल आई। काल करने वाला बच्चों को छोड़ने की एवज में आठ लाख रुपये की मांग कर रहा था। यहीं से पुलिस को लीड मिली और हत्यारों की तलाश शुरू की। शाम को फिर से नाम बदलकर काल के जरिये आठ लाख रुपये की मांग की गई। जांच के बाद पता लगा जिन नंबरों से काल आ रही है। वह पीड़ित व्यक्ति ज्ञान सिंह के पड़ोस में ही रहते हैं। पुलिस ने बिहार के जिला औरंगाबाद के गांव मिनीबाघ के रहने वाले महाबीर व जिला समस्तीपुर के गांव सुरोली के रहने वाले मंजा कुमार को दबोच लिया।
दोनों ने किया विश्वासघात
पुलिस के अनुसार तीनों बच्चे महाबीर व मंजा कुमार को जानते थे। दोनों ने बच्चों को घूमने जाने के बारे में पूछा तो विश्वास कर साथ चले गए। धारूहेड़ा ले जाने के बाद दोनों बच्चों को इको कार से इफको चौक गुरुग्राम ले गए और वहां से मेट्रो में दिल्ली लेकर चले गए। वहां सुनसान जगह पर बारी-बारी से बच्चों को ले जाकर गला घोंट हत्या कर दी और वापस भिवाड़ी भाग आए। लेकिन किस्मत से शिवा जिंदा बच गया।

हर कोई है स्तब्ध
मंगलवार को जिसने भी दो भाइयों की हत्या की सूचना मिली स्तब्ध रह गया। बच्चों के लापता होने के बाद उर्मिला उनसे मिलने के लिए तड़प रही थी और उनकी आंखों से आंसू नहीं रुक रहे थे। ज्ञान सिंह व उर्मिला ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वह अपने दो बच्चों को यूं खो देंगे। बच्चों की मौत की सूचना के बाद से उर्मिला की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। स्वजन ही नहीं, बल्कि आस-पास के लोग भी वारदात से सहमे हुए हैं।