Move to Jagran APP

राजस्थान के अस्पतालों में मुस्लिम कर्मचारियों की सूची बनाए जाने को लेकर बवाल

राजस्थान सरकार ने प्रदेश के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों से लेकर जिला अस्पतालों तक में कार्यरत मुस्लिम कर्मचारियों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं ।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 13 Dec 2017 01:09 PM (IST)Updated: Wed, 13 Dec 2017 01:09 PM (IST)
राजस्थान के अस्पतालों में मुस्लिम कर्मचारियों की सूची बनाए जाने को लेकर बवाल

जयपुर, [जागरण संवाददाता]। राजस्थान सरकार ने प्रदेश के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों से लेकर जिला अस्पतालों तक में कार्यरत मुस्लिम कर्मचारियों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं । सरकार के इस निर्देश के बाद प्रदेश में बवाल मच गया। कांग्रेस के साथ ही विभिन्न संगठनों ने सरकार द्वारा केवल मुस्लिम कर्मचारियों की सूची बनाए जाने पर आपत्ति जताई है।

loksabha election banner

हालांकि बवाल बढ़ने के बाद प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने साफ कहा  कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से इस बारे में मिले  निर्देशों की पालना में मुस्लिम कर्मचारियों की गिनती कर सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए है ।

प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक बी.एल.सैनी ने 9 दिसम्बर को सभी जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को परिपत्र भेजकर मुस्लिम कर्मचारियों की गिनती कर सूची बनाने के निर्देश जारी किए है । परिपत्र में सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों से लेकर जिला अस्पतालों में कार्यरत लैब टेक्निशियन,नर्सिंग स्टाफ,रेडियोग्राफर और क्लर्क के पदों पर कार्यरत मुस्लिम कर्मचारियों की सूची दिसम्बर माह के अंत तक मुख्यालय में भेजने के निर्देश दिए गए हैं ।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अर्चना शर्मा का कहना है कि केवल मुस्लिम कर्मचारियों की गिनती किस कारण से की जा रही है,यह बात समझ से परे है । सरकार ने मुसलमानों सहित अन्य जरूरतमंदों के लिए अभी तक किया तो कुछ नहीं,अब इस तरह की सूची तैयार कराने से लोगों में गलत संदेश जाएगा । वहीं अल्पसंख्यक कल्याण संघ के अध्यक्ष रज्जाक भाटी ने भी इस तरह की सूची बनाए जाने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि सभी कर्मचारियों की सूची बनवाई जाए,इसमें से साफ हो जाएगा कि कितने लोग किस वर्ग के हैं । एक ओर जहां केवल मुस्लिम कर्मचारियों की गिनती को लेकर बवाल मचा है । वहीं राज्य के प्रमुख चिकित्सा सचिव वीनू गुप्ता का कहना है कि संभवतया केन्द्र सरकार ने यह रिकॉर्ड सच्चर कमेटी की सिफारिशों की पालना के तहत मंगवाई होगी । उल्लेखनीय अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए सुझाव देने को लेकर मनमोहन सिंह सरकार ने सच्चर कमेटी का गठन किया था । 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.