Rajya Sabha Election 2020: अब राजस्थान में कांग्रेस ने भाजपा पर लगाया तोड़फोड़ का आरोप
Rajya Sabha Election 2020 कांग्रेस का आरोप है कि दिल्ली व जयपुर से भाजपा नेताओं ने राज्य के निर्दलीय विधायकों को फोन कर राज्यसभा चुनाव में समर्थन के लिए ऑफर दिए हैं।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajya Sabha Election 2020: गुजरात में राज्यसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के आठ विधायकों के इस्तीफे देने के बाद राजस्थान में भी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। कांग्रेस ने भाजपा पर राजस्थान में भी तोड़फोड़ का प्रयास करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस का आरोप है कि दिल्ली और जयपुर से भाजपा नेताओं ने राज्य के निर्दलीय विधायकों को फोन कर राज्यसभा चुनाव में समर्थन के लिए 'ऑफर' दिए हैं। इसके तहत भाजपा प्रत्याशी को समर्थन देने पर अगले चुनाव में पार्टी से टिकट देने सहित कई वादे किए गए हैं।
राज्य विधानसभा में सरकारी मुख्य सचेतक और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खास रणनीतिकार डॉ. महेश जोशी का कहना है कि भाजपा राजस्थान में तोड़फोड़ का प्रयास कर रही है। भाजपा से उतनी ही सावधानी रखने की जरूरत है, जितना कि कोरोना से बचाव के लिए जरूरी है। जोशी ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में भाजपा किसी भी हद तक जा सकती है। गहलोत भी इससे पहले कह चुके हैं कि भाजपा तोड़फोड़ की कोशिश कर रही है। निर्दलीय विधायकों को भी तोड़ने की कोशिश की जा रही है।
उधर, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया का कहना है कि हमने कांग्रेस के किसी विधायक से संपर्क नहीं किया है। हमारे दोनों प्रत्याशियों को जो वोट पार्टी के पास हैं, वह डलवाएंगे, इसके बाद जो आएगा उसका भी भला और जो नहीं आएगा उसका भी भला।
भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ.अरुण चतुर्वेदी का कहना है कि कांग्रेस में ही अंतर्विरोध इतना है कि भाजपा को कुछ भी करने की जरूरत नहीं है ।
सीएम से मिले निर्दलीय विधायक
पिछले तीन दिन में आधा दर्जन निर्दलीय विधायक मुख्यमंत्री से मिले और उन्हें बताया कि भाजपा नेता उनसे संपर्क कर रहे हैं। दो निर्दलीय विधायकों ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर बताया कि भाजपा के रणनीतिकार निर्दलीय सहित कुछ कांग्रेस विधायकों से भी संपर्क साध रहे हैं। समर्थन के लिए भविष्य में टिकट देने सहित कई तरह के ऑफर दिए जा रहे हैं। सभी 13 निर्दलीय विधायकों के पास ये ऑफर आए हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए 19 जून को चुनाव होना है। विधानसभा में मौजूदा दलगत स्थिति के अनुसार दो सीटों पर कांग्रेस की जीत तय मानी जा रही है। वहीं, एक सीट भाजपा के खाते में जाना लगभग तय है । लेकिन, भाजपा ने इस चुनाव में अपने दो उम्मीदवार उतारकर कांग्रेस को ¨चता में डाल दिया है। कांग्रेस को चिंता है कि भाजपा उसके समर्थन वाले निर्दलीय विधायकों समेत पार्टी के विधायकों पर भी डोरे डाल सकती है, लिहाजा वह सतर्क है। कांग्रेस के रणनीतिकार राज्यसभा चुनाव में 125 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहे हैं। प्रदेश में विधायकों की 200 सीटें हैं, इनमें से 75 भाजपा के पास हैं।