Rajasthan Political Crisis: एक-दूसरे को नीचा दिखाने में जुटे गहलोत और पायलट समर्थक
Rajasthan Political Crisis एक-दूसरे को नीचा दिखाने में जुटे गहलोत और पायलट समर्थक- विधायकों का हो रहा विरोध
जयपुर, जागरण संवाददाता। डेढ़ महीने दिन तक चले सियासी संग्राम के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच ऊपरी तौर पर विवाद थम गया, लेकिन अंदर दोनों खेमों के बीच मतभेद की चिंगारियां रह रहकर उठ रही हैं। बाड़ाबंदी के दौरान जहां पहले एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी का दौर चल रहा था,वहीं अब निर्वाचन क्षेत्रों में भी विरोध किया जाने लगा है। सियासी मतभेद की इस लड़ाई का एक नजारा भरतपुर जिले में देखने को मिला। गहलोत खेमे के एक विधायक के पहुंचने पर पायलट समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की।
दरसअल, बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए गहलोत खेमे के के विधायक जोगिन्द्र सिंह अवाना अपने निर्वाचन क्षेत्र नदबई पहुंचे थे। वहां पहुंचने पर पायलट समर्थकों ने अवाना के सामने पायलट के समर्थन में जमकर नारेबाजी कर हूटिंग की हैं। हालात ये हो गये कि अवाना जिस तरफ भी गए पायलट समर्थक उनके पीछे चलते गए और नारेबाजी करते गये। इससे अवाना खुद को असहज महसूस करने लगे, लेकिन पायलट समर्थकों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा। पायलट समर्थकों में अधिकांश गुर्जर समाज के लोग बताए जाते हैं, अवाना खुद गुर्जर है। हंगामा बढ़ता देख आखिकार अवाना गाड़ी में बैठकर जयपुर रवाना हो गए।
उल्लेखनीय है कि गहलोत व पायलट के बीच चले लंबे सियासी संग्राम के बाद दिल्ली में केंद्रीय नेताओं के हस्तक्षेप से दोनों के बीच सियासी सुलह तो हो गई, लेकिन मनभेद अभी मिटे नहीं हैं। यही कारण है कि दोनों खेमों के नेताओं को जब भी और जहां भी मौका मिलता है वे एक-दूसरे पर तंज कसने से बाज नहीं आते हैं ।हालांकि, सार्वजनिक रूप से दोनों खेमे अब मतभेद और मनभेद की बात सीधे तौर पर स्वीकार नहीं करते हैं, लेकिन वो उनके बयानों और व्यवहार में साफ नजर आ जाता है। दो दिन पहले पायलट अपने निर्वाचन क्षेत्र टोंक में गए तो गहलोत समर्थकों ने उनके दौरे से दूरी बनाए रखी ।