Rajasthan Political Crisis: सीएम के ओएसडी ने विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर ऑडियो जारी किए
Rajasthan Political Crisis सीएम के ओएसडी ने विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर ऑडियो जारी किए भाजपा ने कहा मुख्मयंत्री निवास बना फर्जी ऑडियो जारी करने का केन्द्र
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर चल रही सियासत के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मीडिया ओएसडी की ओर से गुरुवार देर रात तीन अलग-अलग ऑडियो जारी किए गए। इन ऑडियो में कथित रूप से एक केंद्रीय मंत्री व बागी कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा की मोबाइल पर बातचीत सुनाई गई है।
इस बातचीत में विधायक शर्मा सचिन पायलट का भी नाम ले रहे हैं। वे कह रहे हैं कि पायलट साहब से बात हो गई। संख्या अगले एक-दो दिन में पूरी हो जाएगी। ऑडियो के अनुसार जयपुर निवासी संजय जैन विधायक शर्मा और केंद्रीय मंत्री के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे हैं।
इस ऑडियो में कथित रूप से केंद्रीय मंत्री को यह भी कहते हुए सुना गया कि आप लोग 8-10 दिन होटल में रूको, राज को बाड़े अर्थात होटल में लंबे समय तक रह नहीं सकता जैसे ही छोड़ेंगे लोग अपने आप आ जाएंगे। संजय जैन द्वारा भंवर लाल शर्मा को कहा गया है कि सचिन पायलट को कह कर आप अपना नाम एवं गिरधारी का नाम अलग कर लेना मैं आपका डायरेक्ट करा दूंगा। इस ऑडियो के बारे में विधायक शर्मा से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका मोबाइल फोन बंद था।
भाजपा ने कहा मुख्मयंत्री निवास बना फर्जी ऑडियो जारी करने का केन्द्र
राजस्थान के सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी की ओर से जारी ऑडियो क्लिप के बारे में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा है कि राजस्थान की जनता आज शर्मसार है कि मुख्यमंत्री निवास फर्जी ऑडियो जारी करने का केन्द्र बन गया है और केन्द्रीय नेताओं के चरित्र हनन का प्रयास किया जा रहा है। पूनिया ने कहा कि कुर्सी बचाने की फिक्र कैसी होती है यह कोई मुख्यमंत्री से सीखे।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी लोकेश शर्मा की ओर से ये ऑडियो जारी किए गए है, जिनमें कथित तौर पर एक केन्द्रीय मंत्री और पायलट खेमे के एक विधायक की बीच सरकार गिराने को लेकर बातचीत है।
सतीश पूनिया ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार के पास बहुमत है तो यह तिकड़म क्यों करवाई जा रही है। इससे तो अच्छा है कि वो विधायकों की परेड ही करवा दें। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार एसओजी और एसीबी जैसी एजेंसियों का दुरूपयोग तो कर ही रही है साथ ही नेताओं के चरित्र हनन में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही। उन्होंने कहां की कांग्रेस के भीतर की आपसी लड़ाई में मोहरा भाजपा को बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री को पहले अपने घर की फिक्र करनी चाहिए।
पूनिया ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना से प्रदेश की जनता त्रस्त है लेकिन सरकार आलीशान होटल में कैद होकर फुटबॉल सहित कई खेल खेलने में व्यस्त है। आज के मौजूदा हालातों को देखकर प्रदेश की जनता भी खुद को ठगा सा महसूस कर रही है क्योंकि जब इस महामारी के दौरान सरकार को जनता की सेवा में जुटे रहना चाहिए तब मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल और विधायकों के साथ आलीशान होटल में मस्त हैं।