दो लाख में मैनेजर, 30 हजार में क्लर्क, बेरोजगारों से नौकरी के नाम पर ऐसे वसूलते थे पैसे, पांच बदमाश दबोचे
बेरोजगारों को बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का अजमेर पुलिस ने भांडाफोड करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस उपाधीक्षक डॉ. प्रियंका ने बताया कि बेरोजगारों को ठगने के लिए प्रदेश के शेखावाटी क्षेत्र का गिरोह सक्रिय था।
अजमेर, संवाद सूत्र। बेरोजगारों को बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का अजमेर पुलिस ने भांडाफोड करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस उपाधीक्षक डॉ. प्रियंका ने बताया कि बेरोजगारों को ठगने के लिए प्रदेश के शेखावाटी क्षेत्र का गिरोह सक्रिय था, जिसने स्थानीय क्रिश्चियनगंज क्षेत्र के बीके कौल नगर एवं गुलाब बाडी में अपने कार्यालय खोल रखे थे। ये बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर मैनेजर के लिए दो लाख तथा क्लर्क के लिए तीस हजार वसूलते थे। साथ ही उन्हें कोई न कोई कारण बता कर असफल घोषित करते हुए जमा पैसे हड़प लेते थे। पुलिस ने गिरोह का भंडाफोड करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों में नीमकाथाना निवासी प्रमोद तंवर एवं पवन कुमावत, सुजानगढ़ निवासी पुरखाराम, सूरतगढ़ निवासी चन्द्र पाल जाट तथा रतनगढ़ निवासी नरेन्द्र सिंह को गिरफ्तार किया है। पुलिस आरोपियों से ठगी के कुल मामले खुलवाने में जुटी है। पुलिस के अनुसार इस मामले की प्राथमिकी मनीष यादव ने दर्ज कराई थी। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में मामले में टीम गठित कर जांच की गई।
आरोपियों की तलाश में बी के कौल नगर स्थित आरोपियों के दफ्तर पर दबिश दी गई तो वहां ताला लगा मिला। बाद में मुखबिर की सूचना पर आरोपियों को गुलाबबाड़ी स्थित यूनाइटेड पीएमएस प्राइवेट लिमिटेड फर्म पर दबिश देकर मास्टर माइंड प्रमोद तंवर सहित पांच आरोपियों को पकड़ लिया गया। सीओ डॉ प्रियंका रघुवंशी ने बताया कि इस मामले में अब और पीड़ित भी सामने आ रहे हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।