Move to Jagran APP

Rajasthan: हाईकोर्ट ने नगर निगम चुनाव 31 अक्टूबर तक कराने की दी अनुमति

Rajasthan High court राजस्थान कोर्ट ने राज्य सरकार को छूट दी है कि वह परिस्थितियों को देखते हुए समय बढ़ाने के लिए फिर से प्रार्थना पत्र पेश कर सकती है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Wed, 22 Jul 2020 07:59 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jul 2020 07:59 PM (IST)
Rajasthan: हाईकोर्ट ने नगर निगम चुनाव 31 अक्टूबर तक कराने की दी अनुमति

जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan High court: राजस्थान हाईकोर्ट ने जयपुर, जोधपुर व कोटा में नवसृजित नगर निगम के चुनाव 31 अक्टूबर तक कराने की अनुमति दे दी है। मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत महान्ति और जस्टिस प्रकाश गुप्ता की खंडपीठ ने यह आदेश राज्य सरकार की ओर से दायर प्रार्थना पत्र पर दिए। कोर्ट ने राज्य सरकार को छूट दी है कि वह परिस्थितियों को देखते हुए समय बढ़ाने के लिए फिर से प्रार्थना पत्र पेश कर सकती है। राज्य सरकार को 31 अक्टूबर तक का समय दिया गया है। हालांकि राज्य सरकार ने प्रार्थना-पत्र पेश कर 31 दिसंबर तक का समय मांगा था।

loksabha election banner

प्रार्थना पत्र में अधिवक्ता आदर्श पारीक ने अदालत को बताया कि हाईकोर्ट ने गत 18 मार्च को आदेश जारी कर इन छह नगर निगमों के चुनाव 17 अप्रैल से आगामी छह सप्ताह के लिए स्थगित कर दिए थे। वहीं, गत 28 अप्रैल को इस अवधि को 31 अगस्त तक बढ़ा दिया गया था। प्रार्थना पत्र में कहा गया कि फिलहाल कोरोना संक्रमण समाप्त नहीं हुआ है। प्रतिदिन सैकड़ों मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में महामारी के चलते चुनाव कराया जाना संभव नहीं है, इसलिए चुनाव कराने की अवधि को 31 दिसंबर तक बढ़ाया जाए। सुनवाई के दौरान राज्य चुनाव के आयोग के अधिवक्ता आर.बी माथुर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट अक्टूबर तक शेष रह रही पंचायतों के चुनाव कराने के निर्देश दे चुका है। ऐसे में निगम चुनाव भी अक्टूबर तक कराए जा सकते हैं। इस पर कोर्ट ने राज्य सरकार को 31 अक्टूबर तक चुनाव कराने की छूट दी है। 

सरकार ने ऐन मौके पर बांट दिए थे निगम

जयपुर, जोधपुर और कोटा में अब तक एक ही नगर निगम था। तीनों जगह नए परिसीमन के अनुसार वार्डों की संख्या बढ़ाई गई थी और इनके चुनाव भी पिछले वर्ष नवंबर में ही होने थे, लेकिन सरकार ने चुनाव से कुछ समय पहले ही तीनों जगह निगमों का बंटवारा कर दिया और नए सिरे से परिसीमन कराने की घोषणा कर दी। वार्डों की संख्या भी बढ़ा दी गई। ऐसे में कार्यकाल समाप्त होने के बाद इन निगमों में प्रशासक नियुक्त करने पड़े। सरकार के इस निर्णय के खिलाफ हाईकोर्ट में दायर याचिका पर फैसला करते हुए कोर्ट ने कार्यकाल समाप्त होने के छह माह में चुनाव कराने के निर्देश दिए थे। 

राजनीतिक तौर पर अहम है तीनों शहर

राजस्थान के इन तीन बड़े शहरों के निकाय चुनाव को राजनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है, क्योंकि जयपुर जहां राजधानी है, वहीं जोधपुर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृहनगर है तथा कोटा स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल का गृह नगर है। तीनों जगह पिछली बार भाजपा ने जीत हासिल की थी। अब नगर निगमों का बंटवारे को भाजपा के वोट बैंक में सेंध के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.