Rajasthan: मिलावटियों के खिलाफ अभियान चलाएगी राजस्थान सरकार
राजस्थान में सरकार जल्द ही मिलावट करने वालों के खिलाफ कठोर अभियान शुरू करेगी। राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर इस बारे में जानकारी
जयपुर, जेएनएन। राजस्थान में सरकार जल्द ही मिलावट करने वालों के खिलाफ कठोर अभियान शुरू करेगी। राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के मौके पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में हम मिलावटी खाद्य उत्पादों को बेचने वालों के खिलाफ अभियान शुरू कर रहे हैं, क्योंकि मिलावटी खादय पदार्थ बीमारियों का कारण बनते है और स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। खाद्य मिलावट में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गहलोत ने लिखा कि नेशनल उपभोक्ता दिवस पर हमारा प्रयास प्रत्येक उपभोक्ता को उनके अधिकारों और जिम्मेदारियों के बारे में अधिक जागरूक बनाना है। मिलावटी खाद्य उत्पाद बेचने वालों के खिलाफ शिकायतें होनी चाहिए। गहलोत ने पिछले दिनों निरोगी राजस्थान अभियान की शुरूआत के मौके पर भी कहा था कि मिलावट करने वालों के खिलाफ सरकार कडा कानून लाएगी, क्योंकि यह समाज के सबसे बडे दुश्मनों में से एक है।
एक जनवरी राजस्थान में महिलाओं को मिलेगा आत्मरक्षा का निशुल्क प्रशिक्षण
राजस्थान में सरकार अब महिलाओं एवं बच्चियों को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षित करेगी। राजस्थान पुलिस एक जनवरी से इसका अभियान शुरू करेगी। प्रदेश के सभी जिलों में नए साल से महिला शक्ति आत्मरक्षा केंद्र स्थापित किए जाएंगे। राजस्थान के पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र सिंह द्वारा इस सम्बंध में सभी रेंज महानिरीक्षक एवं जिला पुलिस अधीक्षकों को आवश्यक निर्देश जारी किए गए है।
राजस्थान में महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न की घटनाएं इस वर्ष पिछले वर्षों के मुकाबले सबसे ज्यादा दर्ज हुई है और दुष्कर्म के कई बडे मामले सामने आए है, जिनके चलते पुलिस भी काफी परेशान है। इसी को देखते हुए अब पुलिस खुद महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षित करने का अभियान चला रही है।
भूपेंद्र सिंह ने बताया कि समस्त राजस्थान में महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने, उन्हें आत्म रक्षा के लिए सशक्त बनाने, अपने अधिकारों व कानून के बारे में सजग करने तथा महिला अपराधों में कमी लाने के उद्देश्य से राजस्थान पुलिस द्वारा 1 जनवरी 2020 से महिला शक्ति आत्मरक्षा केंद्र शुरू किए जाएंगे। इन केंद्रों पर कोई भी कामकाजी, ग्रहणी महिला, अध्ययनरत बालिका, शिक्षण संस्थाएं एवं अन्य संस्थाएं अपनी संस्था की महिलाओं एवं बालिकाओं का नामांकन करा सकते है एवं जो अभिभावक अपनी बच्चियों को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दिलवाना चाहते हैं वह निर्धारित केंद्रों पर नामांकन करवा सकते हैं।
यह आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम सात दिवसीय होगा, जिसमें मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा जो पूर्णतया निशुल्क है। इन केंद्रों पर 31 दिसम्बर से पूर्व रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है। समय अवधि में रजिस्ट्रेशन नही करवाने की स्थिति में प्रशिक्षण अवधि में भी करवाया जा सकेगा। इसका सुपरविजन जिलों में नियुक्त नोडल अधिकारी द्वारा किया जाएगा।