Motor Vehicles Act: डैशबोर्ड-स्टेयरिंग पर लगानी अनिवार्य होगी फैमिली फोटो, दुर्घटनाएं रोकने का अनूठा प्रयोग
Motor Vehicles Act सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए सरकार अब चार पहिया वाहनों में डैशबोर्ड अथवा स्टेयरिंग पर चालक के परिजनों की फोटो लगाने का नया प्रयोग करने की तैयारी कर रही है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार अब चार पहिया वाहनों में डैशबोर्ड अथवा स्टेयरिंग पर चालक के परिजनों की फोटो लगाने का नया प्रयोग करने की तैयारी कर रही है। डैशबोर्ड अथवा स्टेयरिंग पर वाहन चालक की खुद की पत्नी और बच्चों की संयुक्त फोटो लगाने की अनिवार्यता करने पर विचार किया जा रहा है।
प्रारंभिक तौर पर यह प्रयोग सरकारी वाहनों में किया जाएगा और फिर उसके बाद निजी वाहनों में भी इसे अनिवार्य किया जाएगा। राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का कहना है कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों से सरकार चिंतित है। यह देखने में आया कि अधिकांश सड़क दुर्घटना वाहन चालक की लापरवाही से होती है।
परिवहन विभाग का मानना है कि यदि चालक को सामने उसके परिवार की फोटो नजर आएगी तो वह संभलकर वाहन चलाएगा। उसे वाहन चलाते समय अपने पत्नी,बच्चों और माता-पिता का ख्याल आएगा,जिससे वह कम स्पीड में संभलकर गाड़ी चलाएगा ।
स्टेयरिंग पर टिकट के आकार की फोटो लगेगी
जानकारी के अनुसार डैशबोर्ड पर पोस्टकार्ड साइज की और स्टेयरिंग पर टिकट के आकार की छोटी फोटो लगाई जाएगी। पहले सरकारी वाहनों में यह प्रयोग किया जा रहा है। इसके बाद दूसरे चरण में यह तय किया जाएगा कि वाहन विक्रेता ही खरीददार को फोटो लगाकार डिलिवरी देगा। पुराने वाहनों में परिवहन विभाग फोटो लगाएगा। आंकड़ों के अुनसार प्रदेश में साल,2018 में सड़क दुर्घटनाओं में 10 हजार 320 लोगों की मौत हुई। वहीं मौजूदा साल,2019 में अगस्त माह तक 5 हजार 819 लोगों की मौत हुई है।
राज्य पुलिस एवं परिवहन विभाग द्वारा कराए गए विभिन्न सर्वे में सामने आया कि अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं रेड लाइट जंपिंग,चालक के नशे में होने,ओवरटेक करने,तय सीमा से अधिक स्पीड़ अथवा हाईवे पर पशुओं के अचानक सामने आने के कारण हुई है।
खाचरियवास का कहना है कि सड़क दुर्घटना में दुपहिया वाहन चालक की मौतों को रोकने के लिए यातायात पुलिस एवं परिवहन निरीक्षकों को उच्च क्वालिटी का हेलमेट पहनने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए कहा गया है। दुपहिया वाहन चालकों को यह समझाया जा रहा है कि वे हेलमेट को बोझ नहीं समझें।
उन्होंने बताया कि जागरूकता शिविरों की संख्या में भी आगामी दिनों में बढ़ोतरी होगी। परिवहन आयुक्त राजेश यादव का कहना है कि शुरूआत में रोड़वेज,मोटर गैरेज,परिवहन एवं पुलिस विभाग के वाहनों पर इस स्कीम को लागू किया जा रहा है। इसके बाद आगे निर्णय लिया जाएगा।