Move to Jagran APP

Independence Day 2022: स्वतंत्रता दिवस पर 51 कैदियों को रिहा करेगी राजस्थान सरकार

Independence Day 2022 स्वतंत्रता दिवस समारोह पर राजस्थान सरकार ने 51 कैदियों को रिहा करने का फैसला लिया है। अच्छे आचरण वाले कैदियों को विशेष माफी देकर जेल से रिहा किया जाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कैदियों को रिहा करने के प्रस्ताव को मंजूर दी है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 12 Aug 2022 09:36 PM (IST)Updated: Fri, 12 Aug 2022 09:36 PM (IST)
Independence Day 2022: स्वतंत्रता दिवस पर 51 कैदियों को रिहा करेगी राजस्थान सरकार
स्वतंत्रता दिवस पर 51 कैदियों को रिहा करेगी राजस्थान सरकार। फाइल फोटो

जयपुर, जागरण संवाददाता। Independence Day 2022: राजस्थान सरकार ने स्वतंत्रता दिवस समारोह पर 51 कैदियों को रिहा करने का फैसला लिया है। अच्छे आचरण वाले कैदियों को विशेष माफी देकर जेल से रिहा किया जाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कैदियों को रिहा करने के प्रस्ताव को मंजूर दी है। प्रदेश के गृह विभाग ने इस संबंध में सीएम को प्रस्ताव भेजा था। प्रदेश की अलग-अलग जेलों में सजा काअ रहे इन कैदियों में अपने कुल कारावास का दो-तिहाई समय पूरा कर चुके 36 कैदी, आधा कारावास समय पूरा कर चुके 60 साल की उम्र से ज्यादा के पांट व 15 अन्य कैदी शामिल हैं।

loksabha election banner

दरअसल, केंद्र सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार कुछ विशेष श्रेणी के कैदियों को ही राहत दी जा सकती है। इन कैदियों में दहेज हत्या, दुष्कर्म, आतंकवाद, मानव तस्करी सहित दूसरे गंभीर अपराधों में शामिल कैदी शामिल नहीं हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में कैदियों को विशेष छूट देने के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

इधर, आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर देशभर में अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इस कड़ी में राजस्थान के एक करोड़ छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति गीत गाकर वर्ल्ड रिकार्ड बनाया। प्रदेश के सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों के कक्षा नौ से लेकर बारह तक के छात्र-छात्राओं ने 25 मिनट तक छह राष्ट्रभक्ति से जुड़े गीत गाए। पूरे प्रदेश में एक साथ 10:15 से लेकर 10:40 बजे तक राष्ट्रभक्ति के गीत गाए गए। मुख्य कार्यक्रम जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम में हुआ।

अशोक गहलोत और शिक्षामंत्री डा. बीडी कल्ला की मौजूदगी में यहां 26 हजार छात्र-छात्राओं ने एक सुर में एक साथ राष्ट्रभक्ति के गीत गाए। इस उपलब्धि को वर्ल्ड बुक आफ रिकार्ड में जगह दी गई है। वर्ल्ड बुक आफ रिकार्ड के उपाध्यक्ष प्रथम भल्ला ने गहलोत को विश्व रिकार्ड का अस्थायी प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। प्रमाण पत्र को मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं व समस्त प्रदेशवासियों को समर्पित किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.