Rajasthan Coronavirus: उदयपुर में कोरोना के भय से मजदूर ने की आत्महत्या, 187 मजदूरों आइसोलेशन में
कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण से बचाव के लिए डबोक क्षेत्र के गीतांजलि इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग में क्वारेंटाइन के लिए रखे गए एक मजदूर ने रविवार सुबह आत्महत्या कर ली।
उदयपुर, जेएनएन। Rajasthan Coronavirus:कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण से बचाव के लिए डबोक क्षेत्र के गीतांजलि इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग में क्वारेंटाइन के लिए रखे गए एक मजदूर ने रविवार सुबह आत्महत्या कर ली। यहां 187 मजदूरों को आइसोलेशन के रखा हुआ है। राजस्थान स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में छह नए मामले सामने आए हैं। इनमें दिल्ली के तब्लीगी जमात से लौटा एक व्यक्ति भी संक्रमित मिला है। राजस्थान राज्य में अब तक कुल 210 मामले सामने आ गए हैं।
प्रशासन ने क्यूरेनटाइन में रखे गए मजदूर द्वारा आत्महत्या का खुलासा तो कर दिया है लेकिन अभी तक यह नहीं बताया कि उसने उपर से कूदकर आत्महत्या की या अन्य तरीके से। उसके शव को एमबी अस्पताल ले जाया गया है। जहां उसके कोरोना संक्रमण को लेकर नमूना लिया गया है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही उसके शव की सुपुर्दगी को लेकर निर्णय किया जाना है। मिली जानकारी के अनुसार तीन दिन पूर्व जिला प्रशासन ने उदयपुर के निजी क्षेत्र के दो मेडिकल कॉलेज पैसिफिक मेडिकल कॉलेज तथा गीतांजली मेडिकल कॉलेज के अलावा निजी क्षेत्र के इंजीनियरिंग संस्थान गीतांजली इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग को क्यूरेनटाइन के लिए अधिग्रहीत किया था।
गीतांजली इंस्टीट्यूट में बाहरी राज्यों से आए 137 मजदूरों को क्यूरेनटाइन के लिए रखा हुआ है। यहां रविवार को सुबह चाय नाश्ते के बाद एक मजदूर के आत्महत्या की जानकारी मिली। सूचना मिलते ही डबोक थाना पुलिस तथा उदयपुर शहर से प्रशासनिक ऑफिसर्स गीतांजली इंस्टीट्यूट पहुंचे। उसके आत्महत्या किए जाने का अभी तक खुलासा नहीं किया गया है, किन्तु माना जा रहा है कि उसने कोरोना संक्रमण के भय के चलते आत्महत्या कर ली। हालांकि चर्चा में यह भी है कि उसे बुखार के साथ जुकाम खांसी की शिकायत थी और उससे वह घबराया हुआ था। इस घटना के बाद उदयपुर के बड़े क्यूरेनटाइन भवन तथा सभी सरकारी स्कूल जहां क्यूरेनटाइन के लिए लोगों को रखा गया है, वहां सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।