Rajasthan Coronavirus Lockdown effect: गांवों में युवा नवाचार कर लड़ रहे कोरोना से जंग
कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने को लेकर एक तरफ जहां सरकार जुटी हुई हैवहीं आम नागरिक भी इस काम में अलग-अलग तरह से अपना कर्तव्य निभा रहे हैं।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने को लेकर एक तरफ जहां सरकार जुटी हुई है,वहीं आम नागरिक भी इस काम में अलग-अलग तरह से अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। कहीं लोगों को जागरूक करने के लिए मोबाइल पर मैसेज भेजे जा रहे हैं तो कहीं गांवों और कॉलोनियों के मुख्य मार्ग बंद कर सोशल डिस्टेंस बनाने का संदेश दिया जा रहा है।
राजस्थान में उदयपुर जिले के कोल्यारी गांव के युवाओं ने गांव में बाहरी लोगों का प्रवेश पूरी तरह से बंद करते हुए मुख्य मार्ग पर रंगोली से संक्रमण रोकने का संदेश लिखा है । युवाओं की टोली ने मुख्य मार्ग पर रंग से गांव में किसी भी व्यक्ति के प्रवेश निषेध की जानकारी अंकित कर दी है। गांव में प्रवेश करने वाले मार्ग पर लिखा हुआ है जब तक भारत कोरोना पर जीत हासिल नहीं कर लेता,तब तक बाहरी व्यक्ति का प्रवेश निषेध है। युवाओं ने ना सिर्फ प्रवेश मार्ग पर रंग से लिखा है बल्कि गांव में आने वाले अन्य कच्चे रास्तों पर भी कांटे और पत्थर बिछा दिए,जिससे किसी भी रास्ते पर होकर बाहरी व्यक्ति गांव में प्रवेश नहीं कर सके। गांव के युवाओं ने संकल्प लिया है कि जब तक इस विश्वव्यापी महामारी पर जीत हासिल नहीं हो जाती तब तक वे भी घर में ही रहेंगे,या फिर बाहर निकलेंगे तो एक-दूसरे से चार से छह मीटर की दूरी रखेंगे।
गांव के सभी रास्तों को बंद करने के साथ यह भी ध्यान रखा जा रहा है कि किसी भी व्यक्ति को लॉकडाउन की वजह से परेशानी का सामना ना करें। यदि किसी को राशन सामग्री की जरुरत हो तो उसे यही टीम घर पर ले जाकर उपलब्ध करवा रही है। कोल्यारी गांव की तस्वीर साफ बयां करती है कि शहरी इलाकों में भले ही अभी भी सड़कों पर लोगों की आवाजाही देखी जा रही हो लेकिन ग्रामीण विश्वव्यापी इस महामारी को अपने गांव से दूर रखने के लिए जी जान से जुटे हुए हैं।
सीकर जिले के नांगल नाथूसर गांव में गांव के युवाओं ने पैसे एकत्रित कर सेनिटाइजर गांव के घरों और दुकानों पर छिड़कने का अभियान शुरू किया है। युवा घर-घर जाकर लोगों को हाथ साफ करने का संदेश भी दे रहे हैं ।
मानवाधिकार आयोग के चेयरमैन कर रहे जागरूक
राजस्थान मानवाधिकार आयोग के चेयरमैन जस्टिस महेश शर्मा लोगों को मोबाइल पर फोन कर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का आग्रह कर रहे हैं । जस्टिस शर्मा प्रतिदिन 50 से 70 लोगों से बात कर सरकार द्वारा तय की गई गाइडलाइन का पालन करने की बात कह रहे हैं । आयोग में नियुक्त अधिकारी और कर्मचारी भी अपने रिश्तेदारों अन्य लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति जागरूक करने में जुटे हैं ।