Rajasthan : विधानसभा कमेटियों की बैठक में कोरोना का असर
कोरोना महामारी के बीच राजस्थान विधानसभा की विभिन्न कमेटियों की बैठकों का दौर अब शुरू हो गया है। लॉकडाउन से पहले कमेटियां नहीं बनी थी।
जयपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी के बीच राजस्थान विधानसभा की विभिन्न कमेटियों की बैठकों का दौर अब शुरू हो गया है। लॉकडाउन से पहले कमेटियां नहीं बनी थी। लेकिन अनलॉक होते ही कमेटियां गठित होने के साथ ही बैठकों का दौर शुरू हो गया।
कोरोना महामारी को देखते हुए इसकी गाइडलाइन की पालना के मद्देनजर विधानसभा में इस बार कमेटियों की बैठकें ऑड-ईवन फॉर्मूले के आधार पर होगी। विधानसभा में 4 वित्त कमेटियों समेत 20 तरह की समितियां हैं जो राज्य सरकार के कामकाज पर नजर रखती हैं। बैठकों के लिए बाकायदा वाहनों के ऑड ईवन नंबर की तरह ही इन कमेटियों को नंबर आवंटित किए गए हैं।
कमेटियों की बैठकों का आयोजन भी उसी के आधार पर किया जा रहा है। इन कमेटियों को एक से लेकर 20 नंबर आवंटित किये गए हैं। ओड ईवन नंबर के आधार पर ही इनकी बैठकें आयोजित की जा रही है। ये बैठकें सुबह 11 बजे और दोपहर में 3 बजे आयोजित की जा रही हैं। इसके लिए विधानसभा में पांच कक्ष तय किए गए हैं। बैठक शुरू होने के पहले और बाद में इन कक्षों को सेनिटाइज किया जाता है। कमेटियों के सदस्यों के लिए हैंड सेनिटाइजर और मास्क की व्यवस्था की गई है। सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि 200 सदस्यीय विधानसभा में 20 कमेटियां है।
ऐसे चला बदलावों का दौर
साल 1998 से 2003 में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में लाइब्रेरी में रखी जाने वाली पुस्तक में तत्कालील सीएम गहलोत की फोटो छापी गई थी। कांग्रेस का इतिहास भी लाइब्रेरी में रखवाया गया। इस पर भाजपा ने आपत्ति जताई थी। साल, 2003 से 2008 में भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान आरएसएस के विचारक श्यामा प्रसाद मुखर्जी व दीनदयाल मुखर्जी की जीवनी लाइब्रेरी में रखवाई गई। आरएसएस से जुड़े लेखकों को प्राथमिकता दी गई। साल 2008 से 2013 के बीच कांग्रेस सरकार ने भाजपा सरकार के निर्णय बदले।