Diesel Petrol Price: अशोक गहलोत बोले, कांग्रेस के दबाव में घटे डीजल और पेट्रोल के दाम
Rajasthan अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस द्वारा देशभर में लगातार महंगाई के खिलाफ किए जा रहे विरोध प्रदर्शन व उदयपुर में नवसंकल्प शिविर में तय किए गए महंगाई के विरुद्ध जनजागरण अभियान के दबाव से केंद्र को पेट्रोल व डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम करने का फैसला करना पड़ा।
जयपुर, जेएनएन। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस द्वारा देशभर में लगातार महंगाई के खिलाफ किए जा रहे विरोध प्रदर्शन व उदयपुर में नवसंकल्प शिविर में तय किए गए महंगाई के विरुद्ध जनजागरण अभियान के दबाव से शनिवार को केंद्र सरकार को पेट्रोल व डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम करने का फैसला करना पड़ा। अशोक गहलोत ने ट्वीट में लिखा कि हालांकि पिछले दो महीने में ही पेट्रोल व डीजल के दाम लगभग 10 रुपये प्रति लीटर बढ़े थे। ऐसे में आज की कटौती महज एक औपचारिकता नजर आती है। यदि केंद्र सरकार सही मायने में आमजन को राहत देना चाहती है तो एक्साइज ड्यूटी को घटाकर यूपीए सरकार के स्तर पर ले जाना चाहिए, जिससे डीजल व पेट्रोल की कीमतें करीब 70 रुपये प्रति लीटर से भी कम हो जाएंगी और आमजन को महंगाई से राहत मिल सकेगी।
अब राज्य सरकारों की बारी है कि वे भी अपनी ओर से जनता को राहत प्रदान करें: शेखावत
जोधपुर, संवाद सूत्र। पेट्रोल, डीजल और एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बड़ी कटौती के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार जताते हुए केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि अब राज्य सरकारों की बारी है कि वे भी अपनी ओर से जनता को राहत प्रदान करें। शनिवार देर शाम ट्वीट कर शेखावत ने कहा कि दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं को इस समय संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसके कोविड समेत अनेक सामयिक कारण हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में बहुत बड़ी कटौती की है। इसके लिए जनता जनार्दन को बधाई।
पेट्रोल-डीजल की कीमत में कमी से पब्लिक को थोड़ी राहत, अब राज्य सरकार टैक्स में कटौती करे
उदयपुर, संवाद सूत्र। केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल तथा रसोई गैस की कीमतों में कमी से पब्लिक को थोड़ी राहत मिली है। उदयपुर के ज्यादातर लोगों का कहना है कि केंद्र सरकार ने जिस तरह सेंट्रल एक्साइज में कमी की है, उसी तरह राज्य सरकार को भी करों में कटौती कर जनता को राहत देनी चाहिए। पेट्रोल पंप संचालक हेतल अमीन का कहना है कि वाहनों के ईंधन तथा रसोई गैस के सिलेंडर की कीमत में कमी को लेकर कहा है कि महंगाई के इस दौर में सुकून की खबर है। जनता को थोड़ी राहत मिलेगी। केंद्र सरकार की तरह अब राज्य सरकार को भी करों में कटौती करनी चाहिए ताकि महंगाई पर लगाम लगाई जा सके। एकाएक पेट्रोल-डीजल की दरों में कमी से पेट्रोल-डीजल पंप संचालकों को थोड़ा घाटा होता है, लेकिन जनता के हित में लिए फैसले से बढ़कर नहीं। इस मामले में वाहन मालिक विजय शर्मा का कहना है कि बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दाम के बीच एकाएक कमी अच्छी खबर है। वाहनों के ईंधन की कीमत दिनों दिन बढ़ने से महंगाई भी उसी गति से बढ़ रही है। इस पर कमी से महंगाई पर लगाम लगेगी। घरेलू महिला शारदा वर्मा का कहना है कि रसोई गैस सिलेंडर के दाम पिछले दिनों एक हजार रुपये से अधिक हो गए थे। इसके चलते चिंता बढ़ गई थी। इसमें दो सौ रुपये की कमी से राहत मिली है।
कांग्रेस नेता ने कहा-जनता के साथ छलावा, भाजपा नेता बोले जनता को राहत
इधर, कांग्रेस नेता पंकज शर्मा का कहना है कि पेट्रोल पर दस रुपये बढ़ाने के बाद साढ़े नौ रुपये की कमी कर केंद्र सरकार ने जनता से छलावा किया है। इसी तरह डीजल की कीमतों में भी दस रुपये की वृद्धि कर सात रुपये की कटौती कर जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा है। जबकि भाजपा नेता डा. जिनेंद्र शास्त्री का कहना है कि केंद्र सरकार ने वाहनों के ईंधन और रसोई गैस सिलेंडर में कमी कर सीधे तौर पर जनता को राहत दी है। अब राज्य सरकार को भी कदम उठाने चाहिए। राजस्थान में सबसे ज्यादा टैक्स वसूला जा रहा है, इसके बावजूद कम नहीं किया जा रहा।