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Rajasthan: भाजपा ने जिलों से की बदलाव की शुरुआत, वरिष्ठ नेताओं को भी किया संतुष्ट

Rajasthan BJP. संगठन चुनाव और इसके बाद अब तक भाजपा 39 जिला अध्यक्षों की घोषणा कर चुकी है और इनमें से 13 पुराने हैं बाकी सभी नए जिला अध्यक्ष हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 10 Jan 2020 06:29 PM (IST)Updated: Fri, 10 Jan 2020 06:29 PM (IST)
Rajasthan: भाजपा ने जिलों से की बदलाव की शुरुआत, वरिष्ठ नेताओं को भी किया संतुष्ट
Rajasthan: भाजपा ने जिलों से की बदलाव की शुरुआत, वरिष्ठ नेताओं को भी किया संतुष्ट

जयपुर, मनीष गोधा। Rajasthan BJP. राजस्थान में भाजपा ने संगठन में बदलाव की शुरुआत जिलों से की है। संगठन चुनाव और इसके बाद अब तक पार्टी 39 जिला अध्यक्षों की घोषणा कर चुकी है और इनमें से 13 पुराने हैं, बाकी सभी नए जिला अध्यक्ष हैं। पांच संगठनात्मक जिलों में अध्यक्षों की घोषणा बाकी है।

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राजस्थान में भाजपा के 44 संगठनात्मक जिले हैं और संगठन चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव कराने के लिए कम से कम 50 प्रतिशत जिलों में संगठन चुनाव होना जरूरी है। राजस्थान में पार्टी ने 30 से ज्यादा संगठनात्मक जिलों में चुनाव करा लिए और 39 जिला अध्यक्षों की अब तक घोषणा की जा चुकी है। इनमें से 25 की सूची एक बार जारी की गई थी। इसके बाद आठ और गुरुवार को छह जिला अध्यक्ष बनाए गए हैं।

संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और सतीश पूनिया विधिवत तौर पर अध्यक्ष निर्वाचित हो चुके हैं। अपने निर्वाचन के तुरंत बाद ही उन्होंने बदलाव के संकेत दिए थे और अब इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है। शुरुआत जिलों से हुई है। अब तक घोषित 39 में से 26 जिलों में नए जिला अध्यक्ष हैं, जो एक तरह से पूनिया की ही टीम के लोग हैं। हालांकि 13 जिलों में जिला अध्यक्ष रिपीट किए गए हैं, लेकिन इनमें से ज्यादातर वो जिले हैं, जहां पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का वर्चस्व है और वहां उनके लोगों को मौका दिया गया है। जैसे उदयपुर जिले के दोनों अध्यक्ष रिपीट किए गए हैं, क्योंकि वहां नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया का वर्चस्व है।

इसी तरह झालवाडा और बारां में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की पसंद के आधार पर पुराने अध्यक्षों को रिपीट किया गया है। चूरू में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड की पसंद को देखते हुए अध्यक्ष को फिर से मौका दिया गया है। जयपुर ग्रामीण पूनिया का स्वयं का क्षेत्र है, इसलिए ग्रामीण में आने वाले जयपुर उत्तर और दक्षिण के अध्यक्ष को रिपीट किए गए हैं। इस तरह पूनिया ने अपने लोगों को एडजस्ट करने के साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की पसंद का ध्यान भी रखा है। अब पांच जिलों दौसा, धौलपुर , राजसमंद , नागौर शहर और जैसलमेर में जिला अध्यक्षों की घोषणा होना बाकी है। हालांकि इनमें दौसा में सांसद किरोडी लाल मीणा, धौलपुर में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और राजसमंद में पूर्व मंत्री किरण माहेश्वरी की पसंद का ध्यान पूनिया को रखना होगा।

बताया जा रहा है कि इन जिलों में जिला अध्यक्षों की घोषणा में देरी का कारण भी बहुत हद तक यही है। जिला अध्यक्षों को जल्द ही अपनी नई कार्यकारिणी बनाने को कहा गया है, वहीं पूनिया भी 15 जनवरी के बाद प्रदेश पदाधिकारियों की टीम बदल सकते हैं।

इन जिलों में रिपीट हुए अध्यक्ष

हनुमानगढ़, जोधपुर देहात, बालोतरा, सिरोही, चूरू, झुंझनू, झालावाड, बारां, जयपुर उत्तर, जयपुर दक्षिण, अलवर सिटी, उदयपुर शहर, उदयपुर ग्रामीण।

जयपुर में सुनील कोठारी को मौका

जयपुर में पूनिया ने पार्टी के पुराने कार्यकर्ता सुनील कोठारी को जिला अध्यक्ष बनाया है। कोठारी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष तक रह चुके हैं। पूर्व अध्यक्ष मदनलाल सेनी ने उन्हें पार्टी मुख्यालय की जिम्मेदारी सौंपी हुई थी। इसके अलावा भी पार्टी में कई पदों पर काम कर चुके हैं। उन्हें पूर्व विधायक मोहनलाल गुप्ता की जगह अध्यक्ष बनाया गया है। कोठारी जयपुर में लोकसभा और महापोर के पद के दावेदार भी रह चुके है। सुनील कोठारी ने कहा कि अगले तीन साल में उनके कार्यकाल के दौरान पार्टी मजबूत किया जाएगा और उसका विस्तार किया जाएगा। कोठारी ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर नगर निगम में बीजेपी का बोर्ड और मेयर बने इसके लिए काम किया जाएगा।

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