Coronavirus:राजस्थान में एक गर्भवती महिला को अस्पताल में घुसने नहीं दिया जिससे उसका बच्चा मर गया
Coronavirusराजस्थान में एक गर्भवती महिला को अस्पताल में घुसने नहीं दिया जिससे उसका बच्चा मर गया
जयपुर, एएनआइ। राजस्थान के भरतपुर में कथित तौर पर एक गर्भवती महिला को जनाना अस्पताल में घुसने नहीं दिया गया। महिला के पति ने बताया, अस्पताल के स्टाफ ने हमें जयपुर अस्पताल ले जाने के लिए कहा क्योंकि हम अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं। हम भरतपुर पार भी नहीं कर पाए थे कि रास्ते में मेरी पत्नी ने बच्चे को जन्म दे दिया और बच्चा मर गया।
राजस्थान के भरतपुर जिला मुख्यालय पर स्थित जनाना अस्पताल में गर्भवती अल्पसंख्यक समुदाय महिला का चिकित्सकों ने इलाज करने से इन्कार कर दिया। महिला को चिकित्सकों एवं नर्सिंगकर्मियों ने यह कहते हुए अस्पताल से बाहर जाने को कह दिया कि आप अल्पसंख्यक समुदाय हो, जयपुर में प्रसव कराओ। महिला का पति अपनी पत्नी की खराब बिगड़ती हालत की दुहाई देता रहा, लेकिन चिकित्सकों ने रेफर कार्ड बनाकर जबरन अस्पताल से बाहर भेज दिया।
एक प्रावइेट एंबुलेंस से महिला को लेकर उसका पति जयपुर के लिए रवाना हुआ। इसी बीच, भरतपुर से पांच किलोमीटर दूर महिला ने एंबुलेंस में ही बच्चे को जन्म दिया। सार-संभाल नहीं होने पर बच्चे ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
भरतपुर जिले की नगर तहसील के बेलानगर गांव निवासी महिला को लेकर उसका पति भतरपुर जिला अस्पताल गया था। उस समय उसकी स्थिति अधिक खराब थी। चिकित्सक पहले तो भर्ती करने की प्रक्रिया शुरू करने लगी, लेकिन जैसे ही उसके पति ने अपना नाम और पत्नी का नाम बताया तो चिकित्सकों ने उसे भर्ती करने से इन्कार कर दिया। चिकित्सकों ने उसे जयपुर के लिए रेफर करते हएु कार्ड बना दिया। अपनी पत्नी की बिगड़ती हालत की दुहाई देता रहा, लेकिन उन्हें अस्पताल परिसर से बाहर निकाल दिया गया।
करीब आधा घंटे की जद्दोजहद के बाद प्राइवेट एंबुलेंस में पत्नी को लेकर जयपुर रवाना हुआ तो उसने पांच किलोमीर दूर चलने के बाद बच्चे को जन्म दिया, सही सार-संभार नहीं होने के कारण बच्चे की मौत हो गई। बच्चे की मौत के बाद वह पत्नी को फिर वापस भरतपुर जनाना अस्पताल लेकर पहुंचा तो उसे बाहर ही बिठाए रखा। अस्पताल परिसर के बाहर महिला की बिगड़ती तबीयत को देखकर उसे भर्ती किया गया। इस बारे में अस्पताल अधीक्षक से बात करने का प्रयास किया गया,लेकिन उन्होंने इस प्रकरण को लेकर बात करने से इन्कार कर दिया।