Rajasthan: गुलाबचंद कटारिया के घर पुलिस तैनात, कॉलोनी के सभी दरवाजे बंद; जनता सेना व कई संगठनों ने किया प्रदर्शन
Rajasthan नेता प्रतिपक्ष व भाजपा नेता गुलाबचंद कटारिया के माछला मगरा स्थित आवास तथा कॉलोनी में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। कॉलोनी के सभी आठ दरवाजे बंद कर दिए गए हैं और वहां सूरजपोल हिरणमगरी तथा सवीना थाना पुलिस की तैनातगी सुनिश्चित की गई है।
उदयपुर, संवाद सूत्र। Rajasthan: महाराणा प्रताप पर दिए विवादित बयान को लेकर गुलाबचंद कटारिया बुरी तरह घिर गए हैं। कांग्रेस, जनता सेना व अन्य कई संगठनों के विरोध के चलते उनके घर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। वह जिस कॉलोनी में रहते हैं, उनके सभी आठ दरवाजे बंद कर पुलिस तैनात की गई है, ताकि कोई बाहरी व्यक्ति कॉलोनी में प्रवेश नहीं कर पाए। नेता प्रतिपक्ष व भाजपा नेता गुलाबचंद कटारिया के माछला मगरा स्थित आवास तथा कॉलोनी में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। कॉलोनी के सभी आठ दरवाजे बंद कर दिए गए हैं और वहां सूरजपोल, हिरणमगरी तथा सवीना थाना पुलिस की तैनातगी सुनिश्चित की गई है। इधर, कांग्रेस, जनता सेना सहित मेवाड़ के विभिन्न संगठनों का विरोध बुधवार को भी जारी रहा। संगठनों ने उदयपुर जिला कलेक्ट्रेट पर कटारिया के खिलाफ प्रदर्शन किया। इधर, कांग्रेस व जनता सेना समर्थकों ने कटारिया ने नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा देने की मांग की है। संगठनों ने जिला कलेक्ट्रेट पर लगातार दूसरे दिन कटारिया का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया। वहीं, जनता सेना समर्थकों ने जवाहर नगर ने कटारिया के पुतले की यात्रा भाजपा के जिला कार्यालय तक निकाली। इस बीच, भाजपा कार्यालय तथा रास्ते भर में पुलिस तैनात रही।
कटारिया को राजनीति से संन्यास लेने की सलाह
मेवाड़ क्षत्रिय महासभा, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा सहित विभिन्न संगठनों ने भाजपा नेता गुलाबचंद कटारिया को राजनीति से संन्यास लेने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें वाकई में अपनी गलती का अहसास है तो वह राजनीति छोड़ दें। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि पुलिस चाहे कितनी भी कटारिया की सुरक्षा कर लें, लेकिन आना तो उन्हें समाज में होगा। उनकी गलती अक्षम्य है। मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के महामंत्री ने कटारिया के खिलाफ कानूनी जंग की तैयारी करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि कटारिया के खिलाफ राजपूत संगठन ही नहीं, बल्कि सर्वधर्म के संगठन मामले दर्ज कराएंगे। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के यादवेन्द्र सिंह रलावता का कहना है कि कटारिया विधानसभा से इस्तीफा देकर राजनीति से संन्यास नहीं लेंगे, तब तक उनके खिलाफ विरोध जारी रहेगा। अन्य संगठनों के नेताओं ने भी कटारिया को संन्यास लेने की सलाह दी है।
भींडर का आरोप, किरण विरोधी कटारिया ने बेटी को भी नहीं बख्शा
इधर, जनता सेना प्रमुख पूर्व विधायक रणधीरसिंह भींडर का कहना है कि कटारिया पहले किरण माहेश्वरी का विरोध करते आए थे और अब उनकी बेटी को भी नहीं बख्श रहे। राजसमंद में दीप्ती की जीत वह देखना नहीं चाहते थे और इसीलिए महाराणा प्रताप को लेकर विवादित बयान दे दिया, ताकि राजपूत समाज और मेवाड़ के लोग भाजपा से नाराज हो जाएं। इधर, कांग्रेस के जिला स्तरीय संगठन ने भी कटारिया से नेता प्रतिपक्ष से इस्तीफे की मांग की है।
जानें, क्या है मामला
उल्लेखनीय है कि राजसमंद में चुनावी रैली के दौरान कटारिया ने महाराणा प्रताप को दिए बयान के बाद उनके खिलाफ राजपूत समाज ही नहीं, बल्कि मेवाड़ और देश भर में आक्रोश व्याप्त हो गया। हालांकि कटारिया ने अपने बयान को लेकर दो बार माफी भी मांग ली लेकिन इससे आक्रोशित लोग संतुष्ट नहीं हो पाए। कटारिया ने कहा था कि वह महाराणा प्रताप की देश भक्ति का संदेश देना चाह रहे थे कि और जोश में ऐसे शब्द कह गए जो लोगों को उचित नहीं लगे। जिसकी वह माफी माफ चुके हैं। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप उनके लिए आदर्श थे हैं और भविष्य में भी आदर्श रहेंगे।