Rajasthan Assembly: सदन में पायलट समर्थकों ने गहलोत सरकार को घेरा, भाजपा ने सीएम पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
राज्यपाल कलराज मिश्र के अभिभाषण पर बहस के दौरान पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थक कांग्रेस विधायक हरीश मीणा और सुरेश मोदी ने भ्रष्टाचार एवं काम में लापरवाही को लेकर सरकार पर निशाना साधा। दोनों विधायकों ने सरकार को कई मुद्दों पर खरी-खरी सुनाई। File Photo
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान विधानसभा में सोमवार को सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायकों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर अशोक गहलोत सरकार को घेरा। राज्यपाल कलराज मिश्र के अभिभाषण पर बहस के दौरान पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थक कांग्रेस विधायक हरीश मीणा और सुरेश मोदी ने भ्रष्टाचार एवं काम में लापरवाही को लेकर सरकार पर निशाना साधा। दोनों विधायकों ने सरकार को कई मुद्दों पर खरी-खरी सुनाई।
मीणा ने बिजली, पानी और सड़क सहित जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर सरकार के दावों पर सवालिया निशान खड़े किए। उन्होंने कहा कि किसानों को समय पर बिजली नहीं मिल पा रही है, जिससे फसल खराब हो गई। सुरेश मोदी ने कहा, निर्वाचन क्षेत्र में दो 33 केवी के ग्रिड सब स्टेशन के लिए पिछले चार साल से लगातार प्रयास कर रहा हूं। मंजूरी भी मिल गई, लेकिन फाइल पता नहीं कहां अटकी है, इसके आदेश कहां दबे पड़े हैं।'
उन्होंने चिकित्सकों एवं शिक्षकों की कमी का मुद्दा भी उठाया। भाजपा विधायक ज्ञानचंद पारख ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री मजबूर हैं। अब तो कहावत बन गई कि मजबूरी का नाम राजस्थान का गांधी है। सीएम को इतना मजबूर कभी नहीं देखा। प्रदेश को संभालना मुश्किल हो गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की यात्रा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से ज्यादा टुकड़े -टुकड़े गैंग के लोग थे।
इसके साथ ही उन्होंने सरकारी कर्मचारियों के तबादलों में भ्रष्टाचार होने की बात कही। भाजपा के ही वासुदेव देवनानी ने गहलोत व पायलट के बीच खेमेबंदी को लेकर निशाना साधा। देवनानी ने कहा कि दोनों की लड़ाई में जनता पिस रही है। अधिकारी मंत्रियों की नहीं मान रहे हैं, मंत्री विधायकों की नहीं मान रहे। स्तरहीन बयानबाजी हो रही है। इससे पहले प्रश्नकाल में निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा के एक सवाल पर जलदाय मंत्री महेश जोशी घिर गए। जोशी मीणा के सवाल का जवाब नहीं दे सके।