Coronavirus: राजस्थान में कोरोना की जांच करने पहुंची मेडिकल टीम से मारपीट
Coronavirus. सीएम के निर्देश के बाद चूरू और टोंक में कर्फ्यू लगाया गया वहीं जयपुर की चारदीवारी में पुलिस ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Coronavirus. राजस्थान में भीलवाड़ा के बाद अब कोरोना के हॉट स्पॉट बने जयपुर और चूरू में घर-घर सर्वे करने पहुंची मेडिकल टीम के साथ मारपीट और अभद्रव्यवहार की घटना सामने आई है। जयपुर के रामगंज दो बार मेडिकल टीम के साथ मारपीट और अभद्रव्यवहार किया गया, वहीं टोंक में बुधवार को तब्लीगी जमात से जुड़े लात लोगों के सैंपल टेस्ट कराने की प्रक्रिया के दौरान नर्सिंगकर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया। टोंक में भी लोगों ने टीम का विरोध किया।
मेडिकल टीम ने जयपुर और चूरू में तो लिखित में शिकायत दी है। हालात यह हुए कि 24 में से 17 घंटे तक काम करी मेडिकल टीम ने एक बार तो स्क्रीनिंग करने से इन्कार कर दिया, लेकिन बाद में चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने मामला संभाला। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक यह मामला पहुंचा तो उन्होंने जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव,जिला कलेक्टर जोगाराम और चूरू जिला कलेक्टर संदेश नायक से बात कर सख्ती बरतने के निर्देश दिए। सीएम के निर्देश के बाद चूरू और टोंक में कर्फ्यू लगाया गया, वहीं जयपुर की चारदीवारी में पुलिस ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी। पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई, ड्रोन से निगरानी शुरू की गई।
मेडिकल टीम का विरोध करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी शुरू हुई। पूर्व में जारी पास निरस्त करते हुए कर्फ्यू का सख्ती से पालन शुरू किया गया। जयपुर की चारदीवारी (परकोटा) के सात पुलिस थाना क्षेत्रों में पांचवें दिन कर्फ्यू जारी रहा। सीएम के निर्देश पर पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र यादव ने जिला पुलिस अधीक्षकों से बात कर स्क्रीनिंग के काम में मदद करने और सहयोग नहीं करने वालों के खिलाफ सख्ती अपनाने के लिए कहा। सरकार के सख्त रुख के बाद जयपुर में पुलिस ने गुरुवार सुबह और दोपहर में दो बार पैदल मार्च करने के साथ ही तंग गलियों में बाइक राइडर्स ने जाकर लोगों से घरों के बाहर नहीं निकलने की अपील की। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी सड़कों पर उतरे। मुख्य मार्गाें के साथ ही गलियों में बैरिकेटिंग की गई है।
मेडिकल टीम को देखते ही दरवाजा बंद कर लेते हैं लोग
चिकित्सा विभाग ने पुलिस महानिदेशक से शिकायत की है कि मेडिकल टीम को देखकर रामगंज की कुछ गलियों में लोगों ने अपने घर के दरवाजे बंद कर लिए। एक जगह मारपीट की बात भी सामने आई है। अभद्रव्यवहार की घटना दो-तीन स्थानों पर हुई। रामगंज में लोग मेडिकल टीम को सर्वे और स्क्रीनिंग में सहयोग नही कर रहे हैं। गुरुवार को सुबह स्क्रीनिंग करने पहुंची टीम पुलिस की पोस्ट के पास खड़ी नजर आई। स्क्रीनिंग टीम के एक सदस्य ने बताया कि उसके साथ मारपीट की गई है।
टीम का कहना है कि लोग समझने को तैयार ही नहीं कि स्क्रीनिंग जरूरी है। चूरू में एक चिकित्सक ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि लोग टीम को देखकर या तो दरवाजा बंद कर रहे हैं या फिर बदतमीजी कर रहे हैं, उल्टे टीम पर आरोप लगा रहे हैं कि हम कोरोना फैला रहे हैं। इन सबको देखते हुए सीएम गहलोत ने जनप्रतनिधियों से कम्युनिटी लीडर्स से संवाद कर लोगों को स्क्रीनिंग में सहयोग करने के लिए राजी करने के निर्देश दिए हैं।