जयपुर में पुलिस ने पकड़ा 100 क्विंटल से ज्यादा मिलावटी मसाला
जयपुर मे पुलिस ने मिलावटी मसालों की बड़ी खेप पकड़ी है। जयपुर में चल रही एक फैक्ट्री में यह मसाले बनाए जा रहे थे। पुलिस ने यहां से दो मिलावटखोरों को गिरफ्तार किया है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। जयपुर मे पुलिस ने मिलावटी मसालों की बड़ी खेप पकड़ी है। जयपुर में चल रही एक फैक्ट्री में यह मसाले बनाए जा रहे थे। पुलिस ने यहां से दो मिलावटखोरों को गिरफ्तार किया है।
जयपुर पुलिस द्वारा खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने और मिलावटी खाद्य पदार्थों की धर-पकड़ के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान ‘ऑपरेशन क्लीन स्वीप‘ के तहत यह कार्रवाई की गई है। मिलावटखोर कपडे रंगने वाला रंग गेहूं की चापड़ में मिला कर मसाले बना रहे थे।
जयपुर के निकट बस्सी औदयोगिक क्षेत्र में काफी समय से चल रही फैक्टरी के बारे में पुलिस को सूचना मिली थी। पुलिस ने एसएस इंडस्ट्रीज नाम की इस फैक्टरी पर छापा मारा। जहां से पुलिस ने 80 क्विंटल मिलावटी हल्दी,18 क्विंटल मिर्ची, 4.5 क्विंटल गरम मसाले, 7.5 क्विंटल गेंहू की चापड, केमिकल रंग, 51 कैच कपंनी के कार्टून, चक्की और वेट मशीन को बरामद किये। वहीं मौके पर रसद विभाग की टीम द्वारा मिलावटी मसालों की जांच की गई तो मसालों का मिलावटी होना पाया गया। इस पर रसद विभाग द्वारा मिलावटी मसालों के सैंपल लिए गए और मौके पर मसालों में मिलावट करने वाले दो व्यक्ति हरकेश और गिरीशचंद को गिरफ्तार किया गया। वहीं पुलिस कार्रवाई की भनक लगने पर फैक्ट्री मालिक संतोष कुमार गुप्ता मौके से फरार हो गया।
मिलावटखोरों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि फैक्ट्री मालिक संतोष कुमार गुप्ता द्वारा 1 किलो मिर्च पाउडर बनाने में 200 ग्राम असल मिर्च, 800 ग्राम गेहूं के चापड और मिर्ची पाउडर का लाल रंग देने के लिए उसमें अखाद्य लाल रंग मिलाया जाता है। इसी प्रकार हल्दी के पाउडर में अखाद्य पीला रंग मिलाया जाता है। जांच में सामने आया कि कपड़ों की रंगाई छपाई में काम आने वाले रंग से मसाले बनाए जा रहे थे।
यह काम गुप्त तरीके से किया जाता था और फैक्ट्री के सभी गेटों को हमेशा बंद रखा जाता था। बगल वाली बंद पड़ी फैक्ट्री के अंदर से दीवार तोड़कर रास्ता निकाल दोनों फैक्ट्रियों के बीच खाली जगह में मिलावटी मसालों को मारुति वैन में रखकर दूसरी फैक्ट्री के गेट से चोरी-छिपे बाहर निकाला जाता था। पुलिस दूसरी फैक्ट्री के बारे में भी पूछताछ कर रही है।