Rajasthan: अलवर में मूक-बधिर नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म का मामला, पुलिस की आंतरिक रिपोर्ट में दुष्कर्म की बात नहीं
Alwar Case अलवर में मूक-बधिर नाबालिग के साथ हुए दुष्कर्म के दस दिन बाद भी आरोपित पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। अब इस मामले में पुलिस की जांच में नया मोड़ आया है। अब पुलिस मान रही है कि मोटरसाइकिल की टक्कर से नाबालिग के चोट लगी है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के अलवर में मूक-बधिर नाबालिग के साथ हुए दुष्कर्म के दस दिन बाद भी आरोपित पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। अब इस मामले में पुलिस की जांच में नया मोड़ आया है। अब पुलिस मान रही है कि मोटरसाइकिल की टक्कर से नाबालिग के चोट लगी है। अब तक जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम इस मामले में तीन बार अपने बयान बदल चुकी हैं। घटना के अगले दिन 13 जनवरी को उन्होंने नाबालिग के साथ दुष्कर्म होने की बात कही थी। पुलिस की प्रारंभिक जांच के आधार पर जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया ने पीड़िता के स्वजनों को साढ़े तीन लाख की आर्थिक मदद भी दी है। इसके बाद 16 तारीख को उन्होंने कहा कि नाबालिग की मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। अगले दिन 17 तारीख को फिर उन्होंने कहा कि दुष्कर्म की घटना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। पुलिस सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। अब फिर इस घटना को दुष्कर्म के स्थान पर सड़क दुर्घटना बताने की तैयारी हो रही है। हालांकि इस बारे में पुलिस अधीक्षक ने कोई अधिकारिक बयान नहीं दिया है। राज्य सरकार इस मामले की सीबीआइ जांच के लिए केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय को सिफारिश कर चुकी है।
युवक को हिरासत में लिया गया
पुलिस का मानना है कि जोमेटो कंपनी के फूड डिलीवरी करने वाले युवक की मोटरसाइकिल से पीड़िता के टक्कर लगी है। हिरासत में लिए गए युवक ने यह बात कबूल भी की है। युवक ने पुलिस को बताया कि टक्कर के समय वहां रोडवेज की बस सवारी उतारने के लिए रुकी थी, जिसकी आड़ में होने की वजह से मोटरसाइकिल से पीड़िता को टक्कर लगी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस अधीक्षक ने सरकार को एक अंतरिम रिपोर्ट भेजकर कहा कि नाबालिग से दुष्कर्म नहीं हुआ है, बल्कि देर रात करीब एक बजे तिजारा पुलिस पर टक्कर लगने से वह लहूलुहान हो गई थी।अब पुलिस यह गुत्थी सुलझाने में लगी है कि पीड़िता के गुप्तांग में चोट कैसे लगी है। पुलिस ने रोडवेज की बस को भी जब्त किया है। उसके परिचालाक से भी पूछताछ की जा रही है। अलवर की जिस तिजारा पुलिया पर पीड़िता लहूलुहान हालात में मिली थी, उसके आसपास के कुल 77 सीसीटीवी कैमरों की जांच की है। इन कैमरों की जांच के आधार पर ही युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है।
जानें-क्या है मामला
पुलिस मान रही है कि नाबालिग को टक्कर लगी और पुलिया पर जगह कम होने के कारण रगड़न जैसी स्थिति बनी इस दौरान वह गिर गई, जिससे उसे चोट लगी। चोट मोटरसाइकिल के आगे के हिस्से से या फिर वहां पड़े पत्थर या किसी नुकीली वस्तु से भी लग सकती है। इन सभी बिंदुओं की जांच के लिए बुधवार को फारेंसिंक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीम ने कुछ तथ्य जुटाए हैं। उल्लेखनीय है कि 12 जनवरी को देर रात अलवर की तिजारा पुलिया पर मूक-बधिर नाबालिग लहूलुहान हालत में मिली थी। इसी दिन वह दोपहर 12 बजे अपने गांव से पैदल निकली थी, उसके बाद पुलिया तक कैसे पहुंची इस बात का खुलासा अब तक पुलिस नहीं कर सकी है। पीड़िता का जयपुर के जेके लोन अस्पताल में इलाज चल रहा है।