राजस्थान के प्रतापगढ़ में पुलिस और तस्करों के बीच मुठभेड़, 2 को लगी गोली; 15 से ज्यादा राउंड हुई फायरिंग
पुलिस ने तस्करों की तीन स्कोर्पियों कार के साथ हथियार और मादक द्रव्य बरामद किए। तस्करों के पुलिस पर फायरिंग का एक महीने के दौरान यह दूसरी घटना है। इससे पहले जिले में पुलिस पर फायरिंग का एक महीने में यह दूसरा मामला है।
उदयपुर, राज्य ब्यूरो। राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में पुलिस और तस्करों के बीच मुठभेड़ का मामला सामने आया है। पुलिस की जबावी फायरिंग मे दो तस्करों को गोली लगी है, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि अन्य तस्कर भाग निकले।
तीन गाड़ियों के साथ हथियार जब्त
पुलिस ने तस्करों की तीन स्कोर्पियों कार के साथ हथियार और मादक द्रव्य बरामद किए। तस्करों के पुलिस पर फायरिंग का एक महीने के दौरान यह दूसरी घटना है। इससे पहले जिले में पुलिस पर फायरिंग का एक महीने में यह दूसरा मामला है। पिछले दिनों अखेपुर में बदमाशों ने पुलिस पर 5 राउंड फायर किए थे।
पुलिस ने 1.5 किमी तक किया पीछा
मिली जानकारी के अनुसार, घटना शनिवार भोर से पहले प्रतापगढ़ जिले के छोटी सादड़ी क्षेत्र की है। जहां पूर्व सूचना पर प्रतापगढ़-निम्बाहेड़ा मार्ग पर नाकाबंदी की जा रही थी। इसी दौरान 3 स्कॉर्पियो कार आती दिखाई दीं। पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया, लेकिन कारों में बैठे तस्करों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी और भागने लगे। इस पर पुलिस ने डेढ़ किलोमीटर तक पीछा किया।
इस दौरान तस्करों की एक कार का पीछे का पहिया निकल गया। इसके बावजूद तस्करों ने कार नहीं रोकी तथा भागने लगे। जबावी फायरिंग के चलते तस्करों की कार का पिछला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। उनकी कार रुकने पर तस्कर फायरिंग करते हुए भागने लगे, तो जबावी फायरिंग में दो तस्करों के पैरों में गोली लगी और वह घायल होकर गिर पड़े, जबकि बाकी तस्कर भागने में कामयाब हुए।
सोलह राउंड हुई फायरिंग
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान तस्करों ने दस तथा पुलिस ने छह राउंड फायरिंग की। पुलिस ने गोली लगने से घायल दोनों तस्करों को पहले छोटी सादड़ी के अस्पताल ले जाया गया, जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था।
पुलिस ने दोनों ही तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। तस्करों की जब्त गाड़ियों से 1283 किलोग्राम अवैध डोडा-चूरा और 20 किलो अफीम जब्त की गई है। इसके अलावा 2 अवैध पिस्टल और एक कारतूस भी बरामद किया है।
उन्होंने बताया कि घायल तस्करों में बाड़मेर जिले के बायतु निवासी गिरधारी राम पुत्र लाला राम जाट तथा लूणी-जोधपुर निवासी रमेश पुत्र सुखराम विश्नोई शामिल हैं।
पकड़े गए आरोपी कुख्यात अपराधी
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि तस्करी के मामले में पकड़े गए आरोपी कुख्यात अपराधी हैं। लूणी निवासी रमेश विश्नोई ने फरवरी 2021 में लूणी थाना क्षेत्र में नाकाबंदी के दौरान पुलिसकर्मी को गोली मार दी थी। उसके खिलाफ राजस्थान ही नहीं, बल्कि अहमदाबाद (गुजरात) में एनडीपीएस एक्ट के मामले दर्ज हैं। जबकि दूसरा आरोपी गिरधारी राम के खिलाफ लूट, मारपीट, अवैध हथियारों से जानलेवा हमले के कई मामले दर्ज हैं।