फिर गरमाया पहलू खां मौत मामला, मेव समाज ने दी आंदोलन की चेतावनी
6 लोगों को आरोपी नहीं मानने के बाद मेव समाज और अन्य संगठनों ने आंदोलन की चेतावनी के साथ ही हाईकोर्ट में अपील करने की बात कही है ।
जयपुर, [जागरण संवाददाता] । कथित गौ-तस्कर पहलू खां की मौत का मामला एक बार फिर गरमा गया है । सीआईडी सीबी ने हिन्दूवादी संगठनों से जुड़े 6 लोगों की क्लीन चिट दिए जाने के अगले ही दिन घटना से जुड़े दो नए नाम सामने रखते हुए उनकी गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं ।
जिन 6 लोगों को क्लीन चिट दी गई है उन्हें आरोपी ही नहीं माना गया । 6 लोगों को आरोपी नहीं मानने के बाद मेव समाज और अन्य संगठनों ने आंदोलन की चेतावनी के साथ ही हाईकोर्ट में अपील करने की बात कही है । मेव पंचायत के संरक्षक शेर मोहम्मद ने आरोप लगाया कि सीआईडी सीबी ने हिंदूवादी संगठनों के दबाव में आकर आरोपियों को क्लीनचिट दी है ।
उन्होंने कहा कि राजस्थान और हरियाणा का मेव समाज इस मसले को लेकर शांत नहीं बैठेगा,हाईकोर्ट में अपील की जाएगी और यदि आवश्यक हुआ तो आंदोलन भी किया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट का कहना है कि शुरू से ही न्याय की उम्मीद नहीं थी। दबाव में आरोपियों को आरोप मुक्त किया गया है ।
इधर पहलू खां मौत के विरोध में पूर्व आईएएस अधिकारी हर्षमंदर की ओर से निकाली जा रही कारवां-ए-मोहब्बत यात्रा बहरोड़ पहुंची तो यहां हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया। इधर प्रशासन ने यात्रा की अनुमति नहीं दी। यात्रा शुक्रवार बहरोड़ में उस स्थान पर पहुंचने वाली थी जहां पहलू खां के साथ कथित गौ रक्षकों ने मारपीट की ओर इससे उसकी मौत हुई थी। वे वहां पहलू खां को श्रद्धांजली देने जा रहे थे ।
प्रशासन की अनुमति नहीं मिलने और हिन्दूवादी संगठनों के विरोध प्रदर्शन के चलते हर्षमंदर अपने साथियों के साथ बहरोड़ के जागूवास चौक पर बैठ गए और वहीं फूल चढ़ाए। इस दौरान पुलिसकर्मियों के साथ उनका थोड़ा विवाद भी हुआ। उल्लेखनीय है कि गुजरात कैडर के रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हर्षमदंर अपने साथियों के साथ यात्रा पर निकले है।
उन्होंने कहा कि देश में अल्पसंख्यकों और दलितों पर हमले बढ़े हैं। उल्लेखनीय है कि 3 अप्रैल को जयपुर नगर निगम की गौशाला से गायें खरीद कर अपने साथियों के साथ ट्रक में हरियाणा स्थित नूंह में अपने गांव जा रहे पहलू खां को बहरोड़ में रोक कर कथित गौ रक्षकों ने मारपीट की थी। इस मारपीट में पहलू खां और उसके साथियों को घायल होने पर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें पहलू खां की हालत गंभीर थी और फिर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। मामला राज्य विधानसभा से लेकर संसद तक उठा,मेव समाज ने जयपुर और दिल्ली में प्रदर्शन भी किया। पुलिस ने इस जांच में 6 लोगों को नामजद आरोपी माना ये सभी संघ के स्वयं सेवक होने के साथ ही विहिप से भी जुड़े हुए थे।
ये सभी भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा के निकट बताए जाते है,आहूजा ने इन्हे नामजद आरोपी बनाए जाने का विरोध भी किया था। काफी दबाव के बाद राज्य सरकार ने मामले की जांच सीआईडी सीबी से कराने की सिफारिश की थी और अंतत:दो दिन पहले इन सभी 6 आरोपियों को आरोप मुक्त कर दिया गया। इसके पीछे तर्क दिया गया कि इन सभी के मोबाइल की लोकेशन घटना स्थल पर नहीं पाई गई । आरोपियों को आरोप मुक्त करने का मामला सामने आने के बाद गुरूवार से शुरू हुए विरोध के बाद सीआईडी सीबी ने अब भीम राठी और दीपक यादव को आरोपी मानते हुए इनकी गिरफ्तारी के लिए बहरोड़ पुलिस को कहा है। अलवर के पुलिस अधीक्षक राहुल प्रकाश का कहना है कि छह आरोपियों के खिलाफ केस बंद कर दिया गया है ।
कोर्ट में जाए परिजन:गृहमंत्री
राजस्थान के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने आज फिर कहा है कि सीआईडी सीबी ने तथ्यों के आधार पर जांच की है,यदि पहलू खां के परिजन इससे संतुष्ट नहीं है तो हाईकोर्ट जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस ने पूरी पारदर्शिता के साथ जांच की है ।