भारतीय सीमा में प्रवेश के बाद रोने लगा पाकिस्तानी बच्चा, भारतीय जवानों ने पेश की मानवता की मिसाल
राजस्थान के सीमावर्ती बाड़मेर (Badmer) जिले में पाकिस्तानी बच्चा अचानक भारतीय सीमा (Indian Border) में घुस गया और रोने लगा। बीएसफ जवानों ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए उसे खाना चॉकलेट और बिस्किट खिलाए और वापस पाकिस्तान भेज दिया।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के सीमावर्ती बाड़मेर जिले में एक दिन पहले पाकिस्तान का एक 8 वर्षीय बालक करीम अचानक भारतीय सीमा में घुस गया। गलती से आए करीम ने जब सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों पर पड़ी तो वह जोर-जोर से रोने लगा। ऐसे में जवानों ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए बालक को चुप कराया और खाना, चॉकलेट और बिस्किट खिलाए, पानी पिलाया। जवानों ने बालक से बात की जिससे वह शांत रहे। इसके बाद शाम को हुई फ्लैग मीटिंग में उसे वापस पाकिस्तान को सौंप दिया। करीम पुत्र दमन खां पाकिस्तान के थारपारकर जिले की नागरपारकार तहसील का रहने वाला है ।
बीएसएफ के प्रवक्ता डीआईजी एम.एल.गर्ग ने बताया कि शुक्रवार शाम को 5 बजे बाड़मेर के बाखासर से बीपी नंबर 888 -2 से एक बालक भारतीय सीमा में आ गया । जवानों ने एसे वापस जाने के लिए कहा,लेकिन वह जोर-जोर से चिल्ला कर रोने लगा । इस पर जवानों ने उसे चुप कराया और बाद में शाम 7 बजे हुई फ्लैग मीटिंग में उसे वापस पाकिस्तानी रेंजर्स को सौंप दिया। उधर बाड़मेर जिले कके बीजराड़ पुलिस थाना क्षेत्र के निवासी सज्जन का पार निवासी युवक 5 माह पहले 6 नवंबर को रात के अंधेरे में तारबंदी पार कर पाकिस्तान चला गया था।
पाकिस्तानी रेंजर्स ने उसने पकड़ लिया था रेंजर्स ने इस बारे में बीएसएफ अधिकारियों को जानकारी दी। बीएसएफ अधिकारियों ने उसके गलती से सीमापार करने की बात कही, लेकिन पाक रेंजर्स ने उसे नहीं छोड़ा। गेमराराम तब से वहां जेल में बंद है। पाक रेंजर्स ने गेमराराम के उनके यहां जेल में बंद होने की जानकारी बीएसएफ अधिकारियों को तब दी जब उनके यहां से 84 बकरियां और 8 भेड़ तारबंदी पार कर बाड़मेर में आ गई थी । उस समय हुई फ्लैग मीटिंग में गेमराराम के बारे में जानकारी दी गई । बीएसएफ के अधिकारी उसे सौंपने को लेकर कई बार पाक रेंजर्स से आग्रह कर चुके हैं ।