Rajasthan: श्रीगंगानगर में मिला पाकिस्तानी गुब्बारा
Pakistani Balloon किसानों की सूचना पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और पाकिस्तानी गुब्बारे को अपने कब्जे में ले लिया। जांच में गुब्बारे के साथ कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Pakistani Balloon: अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में दौलतपुरा चक-7क्यू गांव में एक पाकिस्तानी गुब्बारा मिला है। खेत में मिले इस गुब्बारे पर अंग्रेजी और उर्दू भाषा में पीआइए लिखा हुआ है। गुरुवार सुबह किसानों ने जब यह गुब्बारा खेत में गिरा हुआ देखा तो मटीली राठान पुलिस थाने मे सूचना दी। किसानों की सूचना पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और पाकिस्तानी गुब्बारे को अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस की प्रारंभिक जांच में गुब्बारे के साथ कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है, लेकिन फिर भी गहन जांच के लिए इसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।
पाकिस्तान से आया यह गुब्बारा दिखने में एक हवाई जहाज के मॉडल जैसा दिखाई दे रहा है, जो भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारतीय सीमा के गांव दौलतपुरा में एक खेत में मिला है। गौरतलब है कि भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में कई बार पाकिस्तान से आने वाले गुब्बारे अक्सर मिलते रहते हैं। इससे पहले राजस्थान इंटेलिजेंस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया था। ये दोनों भारतीय सैंन्य ठिकानों की जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ को मुहैया कराते थे। राजस्थान एटीएस इन पर काफी समय से नजर रखे हुए थी। इसके लिए ऑपरेशन डेजर्ट चेज चलाया गया। उत्तर प्रदेश एटीएस को भी इनके बारे में खुफिया जानकारी मिली थी। इन दोनों आरोपितों को पकड़ने के लिए सेना, राजस्थान और उत्तर प्रदेश एटीएस ने ऑपरेशन चलाया।
राजस्थान एटीएस और इंटेलीजेंस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों के नाम विकास कुमार और चिमन लाल नायक है। अब तक की जांच में पता चला है कि झुंझुनू जिले के रहने वाला विकास कुमार ऑर्डर ऑफ बेटल, कंपोजिशन एंड ऑर्डर ऑफ मिलिट्री फाइटिंग फॉर्मेशन, गोला-बारूद की फोटो, सैन्य अभ्यास और उससे जुड़ी जानकारी पाकिस्तान पहुंचाता था। विकास कुमार बीकानेर में सेना की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में पानी के टैंकर की सप्लाई करने वाले चिमन लाल नायक से जानकारी प्राप्त करता था। इसी दौरान वह वहां की तस्वीरें लेता था और पाकिस्तान में अपने हैंडलर को देता था। जासूसी के एवज में उन्हें पैसा मिलता था, लेकिन किसी को शक न हो इसके लिए वह अपने भाई हेमंत के अकाउंट में पैसा मंगाता था। विकास कुमार के पिता सेना से रिटायर्ड हैं।