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Rajasthan: एनटीपीसी मैनेजर को सीबीआइ ने एक लाख रुपये रिश्वत लेते किया गिरफ्तार

NTPC Manager Arrested केंद्रीय जांच ब्यूरो ने राजस्थान में जोधपुर के फलोदी स्थित नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन के प्रबंधक को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Thu, 16 Jul 2020 04:40 PM (IST)Updated: Thu, 16 Jul 2020 04:40 PM (IST)
Rajasthan: एनटीपीसी मैनेजर को सीबीआइ ने एक लाख रुपये रिश्वत लेते किया गिरफ्तार

जयपुर, एएनआइ। NTPC Manager Arrested: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने राजस्थान में जोधपुर के फलोदी स्थित नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (एनटीपीसी) के एक प्रबंधक को एक लाख रुपये की रिश्वत मांगने और लेने करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इधर, इससे पहले राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) प्रतापगढ़ की टीम ने सोमवार छोटी सादड़ी तहसील कार्यालय के रेवन्यू इंस्पेक्टर (राजस्व निरीक्षक) को चार हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। यह राशि उसने एक किसान से उसकी भूमि के चारों ओर पत्थरगढ़ी करवाने के एवज में ली थी। इससे पहले वह किसान से दो हजार रुपये ले चुका था।

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भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो प्रतापगढ़ की कार्रवाई में राजस्व निरीक्षक रामलाल को तहसील कार्यालय से गिरफ्तार किया है। उससे रिश्वत में ली गई चार हजार रुपये की राशि भी बरामद कर ली। एसीबी मामले की जांच कर रही है। बताया गया कि छोटी सादड़ी तहसील के एक किसान को अपनी कृषि भूमि पर पत्थरगढ़ी करवानी थी। जिसके लिए राजस्व निरीक्षक की मौजूदगी आवश्यक है। जिसको लेकर किसान ने तहसील कार्यालय में आवेदन किया था, लेकिन राजस्व निरीक्षक रामलाल अनुमति मिलने के बावजूद पिछले एक साल से चक्कर लगवा रहा था। इस पर राजस्व निरीक्षक रामलाल से उसने संपर्क किया। पत्थरगढ़ी के समय मौजूदगी को लेकर राजस्व निरीक्षक ने सात हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी।

गौरतलब है कि इससे पहले भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने शुक्रवार को राजस्थान में प्रतापगढ़ जिले के एक ग्राम विकास अधिकारी को ढाई हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। यह राशि उसने प्रधानमंत्री आवास योजना की अंतिम किश्त की राशि जारी करने के एवज में ली थी। प्रतापगढ़ जिले की पीपलखूंट पंचायत समिति अंतर्गत केलामाता ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी देवीलाल के खिलाफ ब्यूरो को रिश्वत मांगे जाने की शिकायत मिली थी। जिसमें परिवादी का कहना था कि वह प्रधानमंत्री आवास योजना की अंतिम किश्त जारी करने के एवज में तीन हजार रुपये की रिश्वत की मांगी थी। जिसमें से पांच सौ रुपये वह एडवांस दे चुका है।


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