New Year 2022: अजमेर और पुष्कर में नए साल के जश्न की रही धूम
New Year 2022 अजमेर और पुष्कर में शुक्रवार की रात नए साल के जश्न की धूम रही। कड़ाके की ठंड के बीच अजमेर और पुष्करवासियों के साथ-साथ देश भर से आए पर्यटकों ने डीजे की धुनों पर डांस कर नए साल का गर्मजोशी से स्वागत किया।
अजमेर, संवाद सूत्र। राजस्थान में अजमेर और पुष्कर में शुक्रवार की रात नए साल के जश्न की धूम रही। कड़ाके की ठंड के बीच अजमेर और पुष्करवासियों के साथ-साथ देश भर से आए पर्यटकों ने डीजे की धुनों पर डांस कर नए साल का गर्मजोशी से स्वागत किया। देर रात को अजमेर और पुष्कर का वातावरण पटाखों की आवाजों से गूंज उठा। नए वर्ष के उपलक्ष्य में होटलों व पास के गांवों में संचालित रिसोर्टों में विशेष सजावट के बीच डिनर, म्यूजिक व डांस पार्टियां आयोजित की गई। पुष्कर के युवाओं के अलावा अजमेर, जयपुर, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब समेत कई राज्यों व शहरों से आए युवक-युवतियों ने इन पार्टियों का जमकर लुत्फ उठाया और देर रात तक डीजे साउंड पर थिरकते रहे।
न्यू ईयर पर जश्र
रात 12 बजे जमकर आतिशबाजी की गई। जिससे जहां आकाश में सतरंगी छटा बिखर गई। रात करीब नौ बजे होटलों में नए साल के जश्र की धूम शुरू हुई। ज्यों-ज्यों रात ढलती गई पार्टियों की रौनक बढ़ती गई। कई होटल व रिसार्ट में तो रात 12 बजे बाद तक लोग न्यू ईयर के जश्र में डूबे रहे तथा पटाखों के धमाके देर रात तक लोगों के कानों में गूंजते रहे। पुलिस ने कानून व सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। नव वर्ष की आड़ में नशे व अन्य अवांछनीय गतिविधियों पर अकुंश लगाने के लिए मुख्य बाजार समेत प्रमुख होटलों के बाहर अतिरिक्त पुलिस जाप्ता तैनात किया गया तथा होटलों व रिसार्टों में आयोजित पार्टियों पर नजर रखी।
विदेशी मेहमानों के बिना मजा रहा फीका
पुष्कर के होटल व रिसार्ट में आयोजित न्यू ईयर पार्टियों में विदेशी मेहमानों की कमी देखने को मिली। विदेशी पर्यटकों के बिना पार्टियों की रौनक फीकी रही तथा आयोजक निराश हुए। प्रतिवर्ष न्यू ईयर की पार्टियों में विदेशी पर्यटकों का जमघट लगा रहता है। मगर कोरोना महामारी के कारण बीते दो साल से विदेशी पर्यटकों की आवक थमी हुई है। आउट आफ द ब्लू रेस्टोरेंट के संचालक संदीप बाबू पाराशर ने बताया कि नव वर्ष 2022 के स्वागत के लिए देशभर से देशी पर्यटकों की आवक अच्छी रही, लेकिन विदेशी पर्यटकों के नहीं आने से होटल व रेस्टोरेंट में नववर्ष की रौनक फीकी रही तथा उम्मीद के मुताबिक व्यापार नहीं हो सका।