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Rajasthan: सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का नया तरीका अपनाया जाएगा, जानें-क्यों हुआ बदलाव

Rajasthan राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग ने नया तरीका अपनाने का निर्णय लिया है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में प्रत्येक कक्षा के होने वाले आठ पीरियड में से चार में पिछली कक्षाओं की पढ़ाई होगी। वहीं चार पीरियड में मौजूदा कक्षा की पढ़ाई होगी।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 24 Jun 2022 09:58 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jun 2022 09:58 PM (IST)
राजस्थान के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का नया तरीका अपनाया जाएगा, जानें-क्यों हुआ बदलाव।

जागरण संवाददाता, जयपुर। कोरोना महामारी के दौरान हुए छात्र-छात्राओं की पढ़ाई के नुकसान की भरपाई के लिए राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग ने नया तरीका अपनाने का निर्णय लिया है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में प्रत्येक कक्षा के होने वाले आठ पीरियड में से चार में पिछली कक्षाओं की पढ़ाई होगी। वहीं, चार पीरियड में मौजूदा कक्षा की पढ़ाई होगी। शिक्षा विभाग का मानना है कि कोरोना महामारी के कारण दो साल छात्र-छात्राओं ने पढ़ाई के नाम पर कुछ खास नहीं सीखा,ऐसे में नुकसान की भरपाई के लिए पिछली कक्षा की पढ़ाई होना आवश्यक है।

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'शिक्षा के बढ़ते कदम' नाम से नया कार्यक्रम चलाने का निर्णय 

शिक्षा विभाग ने 'शिक्षा के बढ़ते कदम' नाम से नया कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया है। इसके तहत कक्षा एक से आठ तक छात्र-छात्राओं को विशेष प्रकार की वर्कबुक (कार्यपुस्तिका) स्कूल से दी जाएगी है। अंग्रेजी, हिंदी और गणित विषय को वर्कबुक की सहायता से करवाया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि कक्षा एक से आठवीं तक ब्रिज कोर्स की तरह पढ़ाई होगी। पहले चरण में जुलाई से सितंबर तक प्रतिदिन सोमवार से शुक्रवार तक आठ में से चार पीरियड पुरानी और शेष चार वर्तमान कक्षाओं की पढ़ाई होगी। दूसरे चरण में अक्टूबर से अप्रैल तक दो पीरियड में पुरानी कक्षाओं की पढ़ाई होगी और छह पीरियड वर्तमान कक्षा के होंगे। शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों को भी यही तरीका अपनाने की सलाह दी है।

राज्यपाल कलराज मिश्र ने एक समान पाठ्क्रम तैयार करने के निर्देश दिए

राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने विश्वविद्यालयों नई शिक्षा नीति के अनुरूप एक समान विषयवार पाठ्यक्रम 30 अक्टूबर तक तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए राजभवन स्तर से समन्वय स्थापित कर विभिन्न विषयों के अनुसार कुलपतियों के समूह बनाए जाएंगे। समूह पाठ्यक्रम को सही तरह से लागू करने पर ध्यान देंगे। मिश्र शुक्रवार को जयपुर स्थित राजभवन में प्रदेश के राज्य वित्त पोषित विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।

विश्वविद्यालयों को एक-एक गांव गोद लेने के निर्देश

उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों संविधान पार्क 26 नवंबर से पहले बनकर तैयार हो जाने चाहिए। इस दिन संविधान दिवस मनाया जाता है। संविधान पार्कों के निर्माण में आ रही व्यवहारिक कठिनाइयों को दूर करने के लिए सरकारी अधिकारियों के साथ बातचीत करने के निर्देश देते हुए मिश्र ने कहा कि विश्वविद्यालयों में रेडक्रास से जुड़ी गतिविधियों को भी प्रारंभ किया जाना चाहिए। इसके साथ ही रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान करने वाले पाठ्क्रम लागू करने पर विचार किया जाना चाहिए। मिश्र ने ई-लाइब्रेरी की स्थापना पर जोर देते हुए कहाकि पाठ्क्रम आधारित ज्ञाप के साथ ही निरंतर जो नया घट रहा है, उसकी जानकारी भी विघार्थियों को दी जानी चाहिए। उन्होंने विश्वविद्यालयों को एक-एक गांव गोद लेने के निर्देश दिए।


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