Rajasthan: जोधपुर में हमले में युवक की मौत पर हंगामा
Murder In Jodhpur. हमला कर युवक तेजाराम की हत्या के मामले में आक्रोशित लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया और पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाया है।
जोधपुर, संवाद सूत्र। Murder In Jodhpur. राजस्थान में जोधपुर के निकटवर्ती रोहट कस्बे में ईंट और लाठियों से हमला कर युवक तेजाराम की हत्या के मामले में आक्रोशित लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया और पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाया है। तेजाराम के समाज के लोगों ने दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग को लेकर घटना के 24 घंट बाद भी शव नहीं उठाया। जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल की मोर्चरी में शव को रखवाया गया है। इसके बाद शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। बढ़ते विरोध और लगातार रोहट थाना और एमडीएम अस्पताल के घेराव के बाद पुलिस ने 6 आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वहीं, पाली के ही श्री उम्मेद मिल के श्रमिक नेता का ज्यूडिशियल कस्टडी में मौत का मामला सामने आया है।
रोहट थानाधिकारी कमलेश गहलोत ने बताया कि युवक के भाई चामुंडा नगर कलाली निवासी सरदारराम पुत्र लादूराम भाट ने पुलिस में रिपोर्ट देकर बताया कि उसका भाई तेजाराम भाट रविवार को अपनी बाइक पर रोहट से कलाली आ रहा था। तब उसका ईको कार से पीछा करते हुए कलाली निवासी अशोक पुत्र वेनाराम पटेल ने ईंट से सिर पर वार कर दिया, जिससे वह नीचे गिर गया। इसके साथ ही वैन में सवार होकर आए राजूराम पुत्र वेनाराम पटेल, प्रभुराम पुत्र रामचंद्र साटिया, चन्द्राराम पुत्र प्रतापराम, किशन पुत्र शिवाराम मेघवाल व देवाराम पुत्र दूदाराम ने लाठियों व ईंटों से युवक को मार दिया। उसे पहले रोहट अस्पताल पहुंचाया गया और बाद में जोधपुर रेफर किया गया। बाद में उसकी एमडीएम अस्पताल में मौत हो गई।
परिजनों ने पुलिस पर दबाव में मामला दर्ज नही करने का आरोप लगाया। इसके बाद ग्रामीण उपअधीक्षक छुगसिंह सोढा की अगुवाई में भाट समाज के प्रतिनिधिमंडल से समझाइश कर मामले को शांत किया। परिजनों ने इस घटना के बाद दोषियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग को लेकर रोहट थाना और एमडीएम अस्पताल की मोर्चरी के बाहर प्रदर्शन किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पाली से अतिरिक्त जाब्ता बुलाकर कलाली गाँव में तैनात किया गया। तेजाराम कलाली के पूर्व सरपंच सरदारराम भाट का भाई है। पूर्व सरपंच सरदारराम भीड़ के साथ थाना पहुंचे। भीड़ ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
श्रमिक नेता रामनाथ सिंह की ज्यूडिशल कस्टडी में मौत
ज्यूडिशल कस्टडी में पाली के श्रमिक नेता रामनाथ सिंह की मौत का मामला सामने आया है। पाली के बांगड़ अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। 3 दिन पहले पाली श्रमिक नेता रामनाथ सिंह को महाराजा उम्मेद मिल में श्रमिकों द्वारा पुलिस पर पथराव करने के मामले में गिरफ्तार किया था। उसके बाद औद्योगिक थाना पुलिस ने उसे जेसी करवा दिया था। सोमवार सुबह जेल में उसकी तबीयत खराब होने पर उसे अस्पताल लाया गया। बांगड़ अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उसकी मौत के मामले को देखते हुए चिकित्सा विभाग की ओर से उसके सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। वहीं श्रमिक नेता की मौत की सूचना मिलने के बाद पुलिस प्रशासन ने पाली के बांगड़ अस्पताल को छावनी में तब्दील कर दिया है।
5 दिन पहले पाली की सबसे बड़ी कपड़ा इकाई महाराजा उम्मेद मिल में वेतन की कटौती को लेकर श्रमिकों ने अपना विरोध जताते हुए पुलिस पर पथराव कर दिया था। इस मामले में पुलिस प्रशासन की ओर से 135 के करीब श्रमिकों को हिरासत में लिया गया था। वही मृतक श्रमिक नेता रामनाथ सिंह को श्रमिकों को भड़काने के अपराध में गिरफ्तार कर उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया था।