Mob Lynching: राजस्थान के झालावाड़ में दलित की पीट-पीटकर हत्या
Mob Lynching in Rajasthan. राजस्थान के झालावाड़ में एक दलित की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने उन्मादी हिंसा (मॉब लिंचिंग) को रोकने के लिए कानून बनाया है। लेकिन कानून बनाए जाने के बावजूद इस तरह की हिंसा पर रोक नहीं लग पा रही है। अब प्रदेश के झालावाड़ जिले में एक दलित की पीट-पीटकर हत्या करने का मामला सामने आया है। दस लोगों ने सिंचाई में काम आने वाले मोटर पंप चोरी के आरोप में 40 वर्षीय दलित धुलीचंद की पीट-पीट कर हत्या कर दी। इस घंटना को अंजाम देने वाले भी मृतक के गांव के ही तीन पिता-पुत्र हैं।
पुलिस थाना अधिकारी नैनूराम मीणा ने रविवार को बताया कि घटना शनिवार शाम को उस समय घटी, जब मेवाखेड़ा गांव के निवासी पुरी लाल तंवर और उसके दो बेटों मोहन एवं देवी सिंह ने अपने ही गांव के धुलीचंद को रास्ते में जाते हुए पकड़ लिया और खुद के खेत से सिंचाई के काम आने वाले मोटर पंप चोरी का आरोप लगाया। धुलीचंद ने चोरी से इनकार किया तो आपस में बहस हो गई। बहस इतनी बढ़ी की तीनों पिता-पुत्र ने धुलीचंद की बेरहमी से पिटाई कर दी। पिटाई करने के बाद धुलीचंद के परिजनों को भी सूचित किया। इस पर धुलीचंद के पिता मौके पर पहुंचे और अपने बेटे को अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
थाना अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया कि कि पुरी लाल तंवर और उसके दोनों पुत्रों ने शनिवार सुबह मोटर पंप चोरी की शिकायत धुलीचंद के पिता से की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि धुलीचंद ने चोरी की है। इसी बीच, शाम को धुलीचंद रास्ते में जा रहा था तो तीनों पिता-पुत्रों ने उसकी बेरहमी से पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण पिटाई होना बताया गया है।
थाना अधिकारी ने कहा कि तीनों पिता-पुत्रों और अन्य सात अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा-302 (हत्या) और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।