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मॉब लिंचिंग: उन्मादी हिंसा के शिकार मृतक के नेत्रहीन पिता ने की आत्महत्या

Mob lynching उन्मादी हिंसा को लेकर पूरे देश में बदनाम राजस्थान के अलवर जिले में एक बार फिर इसी तरह की घटना सामने आई है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 16 Aug 2019 02:39 PM (IST)Updated: Fri, 16 Aug 2019 02:39 PM (IST)
मॉब लिंचिंग: उन्मादी हिंसा के शिकार मृतक के नेत्रहीन पिता ने की आत्महत्या
मॉब लिंचिंग: उन्मादी हिंसा के शिकार मृतक के नेत्रहीन पिता ने की आत्महत्या

जयपुर, जागरण संवाददाता। उन्मादी हिंसा (मॉब लिंचिंग) को लेकर पूरे देश में बदनाम राजस्थान के अलवर जिले में एक बार फिर इसी तरह की घटना सामने आई है। अलवर जिले के झिवाना गांव निवासी हरीश जाटव उन्मादी हिंसा मामले में न्याय नहीं मिलने और कथित रूप से केस वापस लेने को लेकर मिल रही धमकियों के चलते उसके नेत्रहीन पिता रत्तीराम ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली।

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परिजनों का आरोप है कि पुलिस से न्याय नहीं मिलने के कारण रत्तीराम ने जहर खाया लिया। इस घटना के बाद सरकार अलवर से लेकर जयपुर तक डैमेज कंट्रोल में जुट गई है।

दलित समाज में आक्रोश

इस उन्मादी हिंसा मामले में पुलिस की कथित लापरवाही और नेत्रहीन पिता की आत्महत्या के बाद दलित समाज के लोग टपूकड़ा में एकत्रित हो गए और आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने पर जयपुर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग जाम करने की चेतावनी दी है।

मामला सामने आने के बाद बसपा और भाजपा के नेता टपूकड़ा पहुंच गए है। दलित समाज के आक्रोश को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात की गई है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी दलित समाज के प्रमुख लोगों को समझाने के प्रयास में जुटे है। बसपा विधायक संदीप यादव ने बताया कि पार्टी के सभी 6 विधायक इस मामले में मुख्यमंत्री से मिलकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे।

उधर दलित समाज में आक्रोश की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी है। रत्तीराम के परिजनों ने पुलिस पर मामले को दबाने का भी आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि रत्तीराम पुलिस के काम करने के तरीके से परेशान था। इस कारण उन्होंने जहर खाकर आत्महत्या की।

यह है पूरा मामला

मामला पिछले महीने का है। अलवर जिले में भिवाड़ी तहसील के झिवाना गांव निवासी दलित युवक हरीश जाटव की 17 जुलाई को अपनी बाइक से पास के ही फालसा गांव में जा रहे थे। इस दौरान उनकी बाइक से टक्कर लगने पर एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई,जिसकी बाद में मौत हो गई थी। इसी दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने हरीश जाटव को पकड़ लिया और उसके साथ जमकर मारपीट की।

मारपीट के बाद लोगों ने उसे अधमरा (गंभीर घायल) कर रास्ते में ही छोड़ दिया। लोगों की सूचना पर हरीश का भाई दिनेश जाटव मौके पर पहुंचा और उसे दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया,जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। दिनेश जाटव ने बताया कि इस मामले में हमने आरोपितों के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

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