Bhilwara Mine Collapse: राजस्थान के भीलवाड़ा में खदान ढहने से सात मजदूर दबे, दो शव मिले
Bhilwara Mine Collapse भीलवाड़ा जिले के आसींद क्षेत्र के लाछुड़ा गांव में खनन विभाग की ओर से सीज खदान में अवैध खनन के दौरान ढहे मलबे में बुधवार को सात मजदूर दब गए। इनमें तीन महिलाएं शामिल हैं। रेस्क्यू आपरेशन जारी है।
उदयपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान में भीलवाड़ा जिले के आसींद क्षेत्र के लाछुड़ा गांव में खनन विभाग की ओर से सीज खदान में अवैध खनन के दौरान ढहे मलबे में बुधवार को सात मजदूर दब गए। इनमें तीन महिलाएं शामिल हैं। चार घंटे के दौरान दो शवों को निकाला जा सका है, जबकि रेस्क्यू आपरेशन जारी है। पत्थर की खदान में दबे सभी लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है। खनन विभाग के उदयपुर स्थित मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, लाछुड़ा स्थित पत्थर की दो खदानों को दो महीने पहले ही सीज किया गया था। इसके बाजवूद वहां नूर मोहम्मद की भूमि पर अवैध खनन किया जा रहा था। जिसका संचालन संग्राम सिंह नामक कोई व्यक्ति कर रहा था। वहां बिना किसी सुरक्षा के खनन कार्य जारी था।
बताया गया कि नूर मोहम्मद के खेत के पास ही मिट्टी की खदान थी। जो बुधवार को अवैध खनन कार्य के दौरान दोपहर एक बजे ढह गई। तब वहां दस मजदूर काम कर रहे थे, जिनमें से तीन तो भाग निकले, जबकि सात मजदूर मलबे में दब गए। दबे मजदूरों में से चार पुरुष जबकि तीन महिलाएं शामिल हैं। सूचना पर पुलिस, प्रशासन की टीमें पहुंची तथा रेस्क्यू आपरेशन शुरू कर दिया गया। मजदूरों के साठ फीट की गहराई में दबे होना बताया जा रहा है। जेसीबी के जरिए मलबा हटाने के बावजूद परेशानी हो रही है। पोकलेन मशीन के जरिए थी रेस्क्यू आपरेशन जारी है। पता चला है कि जो सात मजदूर मलबे के नीचे दबे हैं, उनमें समीपवर्ती करेड़ा तथा केमरी गांव के भील और भाटी जाति के लोग शामिल हैं। चार घंटे की मशक्कत के बाद दो शवों को निकाला जा सका है, जबकि अन्य पांच की तलाश अभी जारी है।
अवैध खनन की शिकायत पर नहीं दिया प्रशासन ने ध्यान
लोगों का कहना है कि पिछले एक महीने में जिला प्रशासन को लोगों ने अवैध खनन की शिकायत की थी, लेकिन उनकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया गया। दो महीने पहले ही खनन विभाग ने अवैध खनन की शिकायत पर उक्त खान को सीज कर दिया था और वहां काम कर रही पोकलेन मशीन जब्त कर ली थी।
सात लोगों की हुई मौत
समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, राजस्थान में भीलवाड़ा जिले के आसींद थाना क्षेत्र में अवैध खनन के दौरान मलबा ढहने से सात मजदूरों की मौत हो गई। भीलवाड़ा के डीएम शिवप्रसाद एम नकाते ने बताया कि अब तक दो शव निकाले गए, और पांच शव निकाल रहे हैं। इस अवैध खनन के खिलाफ तीन महीने पहले एफआइआर कर पांच लोगों को गिरफ़्तार किया गया था। बाद में जेल से छूटने के बाद अवैध धंधे में लिप्त लोगों ने पांच-सात दिन पहले फिर से इस प्रकार का काम करना शुरू किया। जिनकी मौत हुई है, उनके परिवारजनों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से एक-एक लाख रुपये की मदद दी जाएगी।