Lok Sabha Election 2019: अशोक गहलोत ने कहा- कांग्रेस में आरएसएस और भाजपा का मुकाबला करने का दम है
अशोक गहलोत का कहना है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) हिंदुत्व और सांस्कृतिक संगठन के नाम पर लोगों को भ्रमित करने के बजाय खुलकर राजनीति में आ जाए।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) हिंदुत्व और सांस्कृतिक संगठन के नाम पर लोगों को भ्रमित करने के बजाय खुलकर राजनीति में आ जाए। उन्होंने कहा कि आरएसएस को छिपकर भाजपा को सपोर्ट करने के बजाय खुलकर राजनीति में आना चाहिए। आरएसएस का भाजपा में विलय कर लेना चाहिए। आरएसएस फ्रंट फुट पर राजनीति करे। कांग्रेस में आरएसएस और भाजपा का मुकाबला करने का दम है।
गहलोत ने शुक्रवार को बातचीत में कहा कि महात्मा गांधी कर हत्या के वक्त आरएसएस पर तत्कालीन गृहमंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल ने प्रतिबंध लगाया था। उस वक्त आरएसएस ने सरदार पटेल को लिखकर दिया था कि हम भविष्य में किसी प्रकार की राजनीति में भाग नहीं लेंगे। लेकिन आरएसएस भाजपा के साथ मिलकर राजनीति कर रही है।
गहलोत ने कहा कि आरएसएस वर्तमान में सत्ता का सुख भोग रही है। आरएसएस ही तय कर रहा है कि कौन राज्यपाल बनेगा,कौन मुख्यमंत्री और आयोग का चेयरमैन बनेगा। आरएसएस के लोग कई संस्थाओं को बर्बाद कर रहे है।
गहलोत ने कहा कि वर्तमान में देश के हालात खराब है। संविधान खतरे में है। ईडी,सीएजी,सीबीआई जैसी संस्थाओं को पीएम मोदी ने अपने कब्जे में ले लिया है। इनका उपयोग राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ जाता है। उन्होंने कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय प्रेस फ्रीडम डे है,लेकिन अब देश में प्रेस को आजादी नजर नहीं आती है। उल्लेखनीय है कि गहलोत ने गुरूवार रात को भी आरएसएस को लेकर ट्वीट किया था।
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