Rajasthan Coronavirus: बिहार व झारखंड के मजदूरों को लेकर यूपी और राजस्थान पुलिस में विवाद
Rajasthan Coronavirus बिहार व झारखंड के मजदूरों को लेकर यूपी और राजस्थान पुलिस में विवाद
जयपुर, जागरण संवाददाता। बिहार और झारखंड के मजदूरों को लेकर रविवार सुबह राजस्थान की भरतपुर व उत्तरप्रदेश की मथुरा पुलिस के बीच विवाद हो गया। विवाद इस हद तक बढ़ा की दोनों जिलों के पुलिसकर्मियों को मामुली चोट लगी। हालांकि बाद में उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद विवाद का समाधान हो गया। दरअसल,राजस्थान सरकार ने करीब एक सप्ताह पूर्व अन्य राज्यों के मजदूरों को अपने घर जाने की मंजूरी दी थी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार और अन्य राज्यों से भी इस संबंध में बात की थी। राजस्थान रोड़वेज की बसों से मजदूरों को उनके गृह राज्य की सीमा तक छोड़ा गया था। वहीं कई मजदूर पैदल या अपने स्तर पर वाहनों का प्रबंध कर सीमा पर पहुंच गए।
ऐसे ही मजदूरों के दो ग्रुप शनिवार को बिहार और झारखंड जाने के लिए राजस्थान के भरतपुर से उत्तरप्रदेश के मथुरा जिले की सीमा पर पहुंचे। ये मजदूर उत्तरप्रदेश से निकल कर बिहार और झारखंड जाना चाहते थे। लेकिन मथुरा पुलिस ने इन्हे सीमा पर ही रोक दिया। इस पर ये मजदूर शनिवार रात को ही मथुरा की सीमा पर खुले में धरने पर बैठ गए। कुछ मजदूरों ने भरतपुर जिले के ग्रामीण इलाकों में उत्पात भी मचाया। इन मजदूरों को काबू में करने के लिए भरतपुर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। बिहार व झारखंड जाने पर अड़े इन मजदूरों को उत्तरप्रदेश सीमा में प्रवेश कराने को लेकर मथुरा के पुलिसकर्मियों से बात कर रहे भरतपुर के पुलिसकर्मियों के साथ विवाद हो गया।
एसपी बोले,थाना अधिकारी को चोट लगी
भरतपुर के पुलिस अधीक्षक हैदर अली जैदी का कहना है कि मथुरा पुलिसकर्मियों ने भरतपुर के पुलिसकर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए बल का प्रयोग किया। इस विवाद में उधोग नगर पुलिस थाना अधिकारी सहित पांच पुलिसकर्मियों को चोट आई है।
उन्होंने कहा कि बाद में मथुरा के पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बातचीत में विवाद खत्म हो गया। मजदूर भरतपुर जिले में सरकारी स्कूलों में रूके हुए हैं,इनके खाने-पीने का प्रबंध सरकार की तरफ से किया जा रहा है। उधर मजदूरों ने बातचीत में बताया कि हमने अपने घर जाने के लिए राजस्थान सरकार में कई दिन पहले रजिस्ट्रेशन करा दिया था। सरकार की तरफ से कोई प्रबंध नहीं हुआ तो हम खुद ही पैसे देकर ट्रक एवं जीपों से अपने घर जा रहे थे।
लेकिन मथुरा सीमा पर पुलिसकर्मियों ने रास्ता रोक दिया और मारपीट की। बिहार के गया निवासी रामभरोसे,सहदेव एवं प्रशांत ने बताया कि वे भरतपुर जिले में ईंट के भट्टे पर मजदूरी करते थे,लेकिन अब लॉकडाउन के कारण अपने घर जाने के लिए निकले थे।
यूपी का आधार कार्ड देखकर ही प्रवेश
भरतपुर के पुलिस अधिकारियों व मजदूरों ने बताया कि मथुरा और आगरा जिलों पर उत्त्तरप्रदेश पुलिस यूपी के आधार कार्ड अथवा अन्य कोई दस्तावेज देखकर अपने प्रदेश के लोगों को ही प्रवेश दे रही है।झारखंड व बिहार के लोग यहां होकर जाना चाहते हैं,उन्हे नहीं जाने दिया जा रहा है।