काम में लापरवाही बरतने पर जेईएन निलम्बित, वरिष्ठ लेखाधिकारी एपीओ
JEN suspende अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में सभी इंजीनियर्स एवं लेखाधिकारियों को अगले ढाई माह तक अलर्ट मोड पर काम करने के निर्देश दिये हैं।
अजमेर, जेएनएन। अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक वी एस भाटी ने डिस्कॉम क्षेत्र के सभी इंजीनियर्स एवं लेखाधिकारियों को आगामी ढाई महीने हाई अलर्ट मोड पर काम करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य 15 प्रतिशत से कम छीजत एवं 102 प्रतिशत राजस्व वसूली है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए पूरी डिस्कॉम टीम एकजुट होकर काम करेगी। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रा में कृषि कनेक्शनों को निर्धारित विद्युत आपूर्ति के भी निर्देश दिए। निगम ने कामकाज में लापरवाही बरतने पर एक कनिष्ठ अभियंता को निलम्बित तथा एक वरिष्ठ लेखाधिकारी को एपीओ कर दिया है।
छीजत में कमी एवं राजस्व वृद्धि के लक्ष्यों की प्राप्ति को लेकर अजमेर विद्युत वितरण निगम की उच्च स्तरीय बैठक आज डिस्कॉम मुख्यालय पर प्रबंध निदेशक वी.एस. भाटी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में भाटी ने डिस्कॉम टीम को अब तक हासिल हुई प्रगति के लिए बधाई दी व इसे अभूतपूर्व बताया। उन्होंने इस वित्तीय वर्ष के शेष रहे ढाई महीनों में पूरी लगन और मेहनत के साथ काम करने को प्रेरित किया।
उन्होंने अच्छा काम करने वाले अधिकारियों की पीठ थपथपाई, साथ ही लापरवाह अधिकारियों को चेतावनी दी कि काम में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भाटी ने डिस्कॉम के अधिकारियों को राजस्व वृद्धि के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए निर्देश दिए कि बिजली चोरी के मामलों में अब तक जिन प्रकरणों का जुर्माना निर्धारण नहीं हो पाया है, उनमें जुर्माना निर्धारित कर तुरन्त प्रभाव से वसूली शुरू की जाए।
इसी तरह घरेलू, अघरेलू, कृषि व औद्योगिक कनेक्शनों में जिन भी उपभोक्ताओं की पहली बिलिंग नहीं हो पाई है, उन्हें तुरन्त बिल जारी कर राशि जमा की जाए। निगम के अधिकारी विद्युत संबंध विच्छेद व स्थाई विद्युत संबंध विच्छेद वाले उपभोक्ताओं पर भी विशेष ध्यान केन्द्रित कर वसूली करें। जिन उपभोक्ताओं की 10 हजार रुपए से ज्यादा की बिल राशि बकाया है उनसे वसूली तेज की जाए। भाटी ने अधिकारियों को आगामी 15 फरवरी तक का लक्ष्य देते हुए कहा कि इस अवधि में छीजत घटानें एवं राजस्व वसूली के निर्धारित लक्ष्य पूरे कर लिए जाएं। इसके साथ यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कृषि, ग्रामीण एवं अन्य श्रेणियों के कनेक्शनों में विद्युत आपूर्ति सुचारू रहें।
उन्होंने बैठक में कुसुम योजना, टी एण्ड डी लोसेज, एटी एण्ड सी लोसेज, कृषि कनेक्शन, घरेलू कनेक्शन, स्ट्रीट लाइट एवं पीएचईड़ी कनेक्शन, औसत बिलिंग, बंद एवं खराब मीटर, राजस्व वसूली, सतर्कता जांच समीक्षा, कन्ज्यूमर टैगिंग, एनर्जी ऑडिट, फोटो रीडिंग, विद्युत उपभोक्ताओं की शिकायतों के निस्तारण की स्थिति सहित अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर समीक्षा की।
भाटी ने बैठक में डिस्कॉम के नागौर, बांसवाड़ा, सीकर एवं झुंझुनूं वृत्त में विद्युत छीजत बढ़ने एवं राजस्व में कमी पर नाराजगी जताई। उन्होंने सभी अधीक्षण अभियंताओं के साथ वृत्त के लेखाधिकारियों को भी राजस्व वसूली के लिए सघन अभियान चलाने की जिम्मेदारी सौंपी। लेखाधिकारी प्रति सप्ताह उनके अधीन उपखण्ड़ों में जाकर राजस्व वसूली, सतर्कता जांच, प्रथम बिल, बंद एवं खराब मीटर बदलने एवं शून्य रीडिंग के बिल आदि की विस्तृत जानकारी लेकर निगम की पुरानी बकाया राशि की वसूली करेंगे। ठेकेदारों द्वारा जीएसएस पर जो कर्मचारी लगाए गए है उन पर जीएसएस से दी जा रही विद्युत आपूर्ति की नियमित जांच करें एवं तय आपूर्ति के अतिरिक्त यदि विद्युत सप्लाई की जाती है तो संबंधित ठेकेदार के बिल में से कटौती करें।
लापरवाही बरतनें पर जेईएन निलम्बित, वरिष्ठ लेखाधिकारी एपीओ
डिस्कॉम के कार्य में लापरवाही बरतने एवं वरिष्ठ अधिकारियों से अभद्रता करने पर झुंझुनूं के कनिष्ठ अभियंता मुकेश झा को निलम्बित करने के निर्देश दिए गए है। इसी तरह दिए गए लक्ष्यों को समय पर पूर्ण नहीं किए जाने के कारण अजमेर संभाग के वरिष्ठ लेखाधिकारी को अनिल टाटूं को एपीओ कर उनका मुख्यालय उदयपुर संभाग किया गया। प्रबंध निदेशक ने कहा कि कार्य में लापरवाही बरतने एवं निगम कार्य समय पर पूर्ण नहीं करने पर दोषी अधिकारी के विरुद्ध भविष्य में भी ऐसी ही कार्यवाही की जाएगी।
बिजली चोरों के खिलाफ हो सख्त कार्यवाही
भाटी ने कहा कि सभी सर्किल बिजली चोरों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाएं ताकि ऐसे लोगों में भय व्याप्त हो और वे चोरी करने से बचें। विजीलेंस टीम और अधिक सक्रिय होकर बिजली चोरों के खिलाफ मामला दर्ज करे, उन्हें गिरफ्तार करें और जुर्माना वसूली में सहयोग करें।
गारण्टी पीरियड एवं अन्य खराब मीटर करवाएं जमा
प्रबंध निदेशक ने सभी सर्किलों को निर्देश दिए कि वे अपने यहां पड़े गारण्टी पीरियड एवं बिना गारण्टी पीरियड के मीटरों एवं टांसफार्मरों को स्टोर में जमा कराएं। अनुपयोगी सामग्री की खरीद कम की जाए। लगातार उपयोग में आने वाली वस्तुओं की ही खरीद हो।
इस मौके पर निदेशक वित्त एस एम माथुर, सचिव (प्रशासन) एन एल राठी, संभागीय मुख्य अभियंता एन एस निर्वाण, मुख्य अभियंता के एस सिसोदिया, मुख्य लेखाधिकारी एम के जैन, कम्पनी सचिव श्रीमती नेहा शर्मा, टी ए टू एमडी मुकेश बाल्दी सहित सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।