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पुरी की तर्ज पर उदयपुर में भी निकलती है जगन्नाथ रथ यात्रा, कोरोना महामारी के चलते लगातार दूसरे साल मंदिर परिसर में ही निकलेगी

पुरी की तर्ज पर उदयपुर में भी निकलती है जगन्नाथ रथ यात्रा कोरोना महामारी के चलते इस बार लगातार दूसरी बार मंदिर परिसर में ही रथयात्रा निकाली जाएगी। जिसका रजत रथ पांच फीट उंचाई का होगा उसमें रथ यात्रा समिति के पदाधिकारियों के अलावा चुनिंदा लोग ही शामिल हो पाएंगे।

By Priti JhaEdited By: Published: Mon, 12 Jul 2021 11:23 AM (IST)Updated: Mon, 12 Jul 2021 11:23 AM (IST)
ओडिसा के पुरी की तर्ज प उदयपुर में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा

उदयपुर, सुभाष शर्मा। ओडिसा के पुरी की तर्ज पर उदयपुर में भी भगवान जगन्नाथ की विशाल रथ यात्रा निकाली जाती है। इस बार भी भगवान जगन्नाथ की यात्रा के लिए विशाल रजत रथ तैयार किया गया, लेकिन कोरोना महामारी के चलते इस बार लगातार दूसरी बार मंदिर परिसर में ही रथयात्रा निकाली जाएगी। जिसका रजत रथ पांच फीट उंचाई का होगा और उसमें रथ यात्रा समिति के पदाधिकारियों के अलावा चुनिंदा लोग ही शामिल हो पाएंगे।

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पिछले साल भी कोरोना महामारी के चलते रथयात्रा मंदिर परिसर में ही निकाली गई। इस बार उम्मीद थी कि रथयात्रा निकालने की अनुमति मिल जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। इसके लिए 28 खंडों को मिलाकर नया विशाल रथ का निर्माण एक साल से जारी था। पिच्यासी किलो चांदी से उसका निर्माण लगभग पूरी तरह हो चुका है लेकिन भक्तों को रथयात्रा की अनुमति नहीं मिलने खासी परेशानी हुई।

शहर भर में निकाली जाती थी रथयात्रा

पुरी में जहां भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा की परंपरा 368 साल पुरानी है, वहीं उदयपुर में ढाई दशक पहले रथयात्रा निकालने की परम्परा शुरू हुई। हर साल आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को जगन्नाथ रथ यात्रा निकाली जाती रही है। उदयपुर में हर साल जगदीश मंदिर से भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जाती है। जिसके लिए जिला प्रशासन विशेष तैयारी करता है। विशाल रजत रथ को रस्सियों के सहारे भक्त खींचकर चलाते हैं और इसकी शुरूआत की रस्म मेवाड़ के पूर्व राजघराने के सदस्य महेंद्र सिंह मेवाड़ या उनके परिवार के सदस्य स्वर्ण झाड़ू से सड़क बुहारने की परम्परा से होती है। रथयात्रा शहर की प्रमुख सड़कों से होकर पुन: मंदिर लौटती है।

ऐसा है नया रजत रथ

भगवान जगन्नाथ का नया रजत रथ अत्याधुनिक तकनीक से बनाया गया है। रजत रथ की लंबाई 16 फिट, चौड़ाई 8 फीट और ऊंचाई 21 फीट है। रथ में हाइड्रोलिक ब्रेक लगाए गए हैं। नए रथ पर दोनों पहियों के ऊपर आगे हंस और पीछे शेर का मुख बनाया गया है। रथ के पहिए हैदराबादी नक्काशी से बनाए गए हैं।

कोरोना गाइडलाइन के तहत लगातार दूसरी बार मंदिर परिसर में निकलेगी रथयात्रा

कोरोना महामारी के तहत जारी सरकार की गाइडलाइन के चलते इस साल भी पिछले साल की तरह भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा जगदीश मंदिर परिसर में ही निकलेगी। इसके लिए अलग से पांच फीट का रजत रथ तैयार किया गया है। इस रथयात्रा में रथयात्रा समिति के सदस्य तथा चुनिंदा लोग ही शामिल हो पाएंगे।


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