पुलिस के जवान दिन-रात कर रहे कुख्यात डकैत जगन गुर्जर की तलाश Rajasthan News
राजस्थान के पूर्वी छोर पर चंबल नदी किनारे वर्षों से सुनसान बीहड़ डैकेतों और बंदूकों के लिए कुख्यात रहे है। पुलिस के जवान दिन-रात कर रहे कुख्यात डकैत जगन गुर्जर की तलाश ।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान के पूर्वी छोर पर चंबल नदी किनारे वर्षों से सुनसान बीहड़ डैकेतों और बंदूकों के लिए कुख्यात रहे है। पिछले सप्ताह डकैत जगन गुर्जर की गैंग द्वारा धौलपुर जिले में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाने और बच्चों के साथ मारपीट करने के बाद पुलिस ने चंबल में सक्रिय डकैतों का सफाया करने की कवायद तेज कर दी है। तीन दिन से बीहड़ों में पुलिस एटीएस और पुलिस के करीब 200 जवानों ने डकैतों को तलाशने में दिन-रात एक कर दिए है ।
डकैतों का खाना-पानी बंद करने की योजना के तहत एटीएस के सशस्त्र जवानों को नदी,तालाब और गांवों में तैनात किया गया है,जिससे डकैत खाना या पानी लेने आए तो उन्हे पकड़ा जा सके। जवानों को बीहड़ में पेड़ों पर तैनात किया गया है,ताकि डकैत मध्यप्रदेश की तरफ फरार नहीं हो सके। पुलिस का दबाव बढ़ता देख एक-दूसरे के विरोधी डकैत भी एक साथ आ गए है।
20 साल पहले तक 100 से अधिक डकैत सक्रिय थे
बीहड़ों और डकैतों का रिश्ता काफी पुराना है। 20 साल पहले तक इन बीहड़ों में 100 से ज्यादा डकैत सक्रिय थे, जिनमें कई लाखों के इनामी डाकू इतने कुख्यात थे कि उनका जंगलराज चलता था। लेकिन हालात अब भी ज्यादा नहीं सुधरे, घनघोर बीहड़ आज भी डकैतों की शरण स्थली बना हुआ है। जगन गुर्जर जैसे डकैत इन्हीं बीहड़ों में पुलिस को धत्ता बताते हुए ग्रामीणों पर अपना हूकम चलाते है। डांग इलाके में गांव सायरपुर करनसिंह का पुरा में पिछले सप्ताह पुलिस की मुखबिरी के संदेह पर जगन गुर्जर और उसके साथियों ने न सिर्फ महिलाओं और बच्चों के साथ मारपीट की बल्कि दो महिलाओं का निर्वस्त्र कर घुमाया भी।
चंबल में एक बार फिर डकैतों के आतंक का पर्याय बना जगन गुर्जर कभी 11 लाख रुपए का इनामी रहा डकैत रहा है। जगन गुर्जर हाल ही जेल से बाहर आया और फिर से अपना खौफ पैदा करने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया । करीब एक साल पहले ही उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था। पुलिस के साथ पिछले तीन दिन से जगन गुर्जर और उसके साथियों की मुठभेड़ जारी है। ग्रामीणों की मानें तो डकैत धौलपुर और करौली के गांवों में आए दिन कोहराम मचाते है। बीहड़ों से निकल कर जब भी गांवों में आते है। उनके खाने-पीने व्यवस्था गांव वालों को ही करना होती है।
पुलिस अधिकारी भी जवानों के साथ मुश्तैद
जगन गुर्जर सहित अन्य डकैतों का सफाया करने के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गोविंद गुप्ता,भरतपुर के पुलिस महानिरीक्षक भूपेंद्र साहू सहित आधा दर्जन आईपीएस और आरपीएस अधिकारी एटीएस एवं पुलिस के जवानों के साथ बीहड़ों में डटे हुए है। पुलिस डकैतों के खिलाफ ग्रामीणों को भी जागरूक कर रही है ।
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