Rajasthan: आयकर विभाग की वेबसाइट हैंग कर लाखों की धोखाधड़ी, गिरफ्तार
Arrested In Fraud Case अधिकारियों को प्राप्त होने वाले रिटर्सं को आरोपित ने आयकर विभाग की वेबसाइट को हैंग कर अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया।विभाग ने आरोपित नीरज सोनी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया था।
अजमेर, संवाद सूत्र। Arrested In Fraud Case: आयकर विभाग की वेबसाइट को हैंग कर रिटर्सं को अपने दोस्तों में रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर कर लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोपित सिविल लाइन पुलिस के हत्थेचढ़ गया। पुलिस आरोपित से गहन पूछताछ में जुटी है। अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपित टीसीएस कंपनी में नियुक्त था। इसकी नियुक्ति अलवर करौली भरतपुर मकराना और अजमेर सहित जयपुर में भी रही है। नियुक्ति के दौरान इसने उक्त वारदातों को अंजाम दिया है। अजमेर के अलावा उक्त बाकी जिलों में भी आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी के मुकदमें दर्ज हैं। आरोपित को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लेने का प्रयास किया जाएगा।
सिविल लाइन थाने के थानेदार दिनेश ने बताया कि वर्ष 2018 के दौरान कर विभाग के रिटर्सं को प्राप्त करने के लिए जयपुर की फर्म टीसीएस कंपनी को ठेका दिया था, उसी दौरान उक्त कंपनी में नीरज सोनी नामक व्यक्ति की नियुक्ति थी। सोनी ने कर विभाग को मिलने वाले रिटर्सं की वेबसाइट को हैंग करके उक्त वारदातों को अंजाम दिया। अजमेर में भी अधिकारियों को प्राप्त होने वाले रिटर्सं को आरोपित ने आयकर विभाग की वेबसाइट को हैंग करके अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया, जिसकी जानकारी प्राप्त होते ही कर विभाग ने आरोपित नीरज सोनी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था, तभी से आरोपित फरार चल रहा था। मंगलवार को सिविल लाइन थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि आरोपित नीरज सोनी केंद्रीय बस स्टैंड पर बस में सवार होकर भागने के प्रयास में है। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस ने आरोपित को धर दबोचा। आरोपित से पूछताछ जारी है।
इधर, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने मंगलवार को 32 हजार रुपये की रिश्वत लेने के मामले में झल्लारा थानेदार सहित तीन जनों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों में इसी थाने का हेड कांस्टेबल तथा एक दलाल शामिल है। ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि झल्लारा थानाधिकारी रमेश चंद्र ने उक्त रिश्वत राशि रेती से भरे डंपर को छोड़ने की एवज में ली थी। जिसको लेकर डंपर मालिक हजारीमल ने उदयपुर एसीबी कार्यालय में शिकायत की थी।