आयकर विभाग को गहलोत के करीबियों के मिले 12 करोड़ नकद, 1.70 करोड़ के जेवरात, मुख्यमंत्री ने दिया ये बयान
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबियों के यहां छापेमारी में आयकर विभाग को 12 करोड़ रुपए नकद1 करोड़ 70 लाख के जेवरात एवं कुछ प्रोपर्टी के दस्तावेज मिले हैं ।
जागरण संवाददाता,जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबियों के यहां छापेमारी में आयकर विभाग को 12 करोड़ रुपए नकद,1 करोड़ 70 लाख के जेवरात एवं कुछ प्रोपर्टी के दस्तावेज मिले हैं । गहलोत के करीबियों में शामिल राज्य पर्यटन विकास निगम के पूर्व चेयरमैन एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजीव अरोड़ा,बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष एवं गहलोत के राजनीतिक कामकाज संभालने वाले धर्मेंद्र राठौड़,मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गहलोत के पार्टनर रतनकांत शर्मा के ठिकानों पर छापेमारी की थी। यह छापेमारी 13 से 16 जुलाई के बीच की गई ।इसके साथ ही ओम मेटल्स के मालिक सुनील कोठारी के जयपुर व कोटा स्थित ठिकानों पर छापेमारी की गई । आयकर विभाग की टीम ने गहलोत के चारों करीबियों के 45 ठिकानों पर एक साथ छापे मारे थे । इन सभी को आईटी एक्ट के तहत नोटिस जारी किया गया है ।
उल्लेखनीय है कि यह छापेमारी सचिन पायलट के समर्थक विधायकों के मानेसर पहुंचने के एक दिन बाद 13 जुलाई से शुरू की गई थी । राजीव अरोड़ा गहलोत के एनएसयूआई के जमाने के साथी हैं,वहीं धर्मेंद्र राठौड़ पिछले एक दशक से मुख्यमंत्री के राजनीतिक कामकाज में सहयोग करते हैं । आयकर विभाग के अनुसार रतनकांत शर्मा, सुनील कोठारी, राजीव अरोड़ा और धर्मेंद्र राठौर को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है । इन सभी को आयकर की धारा 131 के तहत नोटिस भेजा गया गया है ।
आयकर की धारा 131 के तहत प्रावधान है कि आयकर अधिकारी पूछताछ कर सकें. इस धारा के तहत अधिकारियों को व्यक्तियों को पूछताछ के लिए बुलाने का अधिकार मिलता है । उधर सीएम गहलोत ने कहा कि,यह छापे उन लोगों के यहां मारे गए जो मेरे एनएसयूआई के जमाने के साथी हैं । आयकर विभाग की टीम को मेरे करीबियों के बारे में किसने बताया यह सब समझ सकते हैँ ।