हरियाणा पुलिस हनीप्रीत को राम रहीम के गांव लेकर पहुंची
हरियाणा पुलिस की टीम ने राम रहीम के पैतृक गांव और अन्य स्थानों की हनीप्रीत से तस्दीक करवाई । इस दौरान हनीप्रती का मुंह कपड़े से ढका हुआ था ।
श्रीगंगानगर, [जागरण संवाददाता] गुरमीत राम रहीम की राजदार हनीप्रीत द्वारा पिछले दो साल में राजस्थान के श्रीगंगानगर ,हनुमानगढ़ एवं बीकानेर में 25 बीघा जमीन खरीदे जाने की बात सामने आई है। राजस्थान सरकार के राजस्व विभाग के आंकडों के अनुसान श्रीगंगानगर में 10 बीघा,हनुमानगढ़ में 8 बीघा और बीकानेर में 7 बीघा जमीन पिछले दो साल में खरीदी है । इन सभी जमीनों की रजिस्ट्री हनीप्रीत के नाम से हुई ।
राह रहीम की गिरफ्तारी के बाद हनीप्रीत के हनुमानगढ़ जिले में स्थित अपने भाई के ससुराल में रूकने और राह रहीम के गांव गुरसर मोडिया भी जाने की जानकारी सामने आने के बाद राजस्थान पुलिस ने प्रदेश में हनीप्रीत के कुछ खास लोगों से पूछताछ की। इनसे हुई पूछताछ में ही हनीप्रीत द्वारा जमीन खरीदे जाने की बात सामने आई,फिर जमीन से जुड़े दस्तावेज उदयपुर से गिरफ्तार किए गए प्रदीप के पास मिले। प्रदीप को हनीप्रीत के काफी निकट माना जाता है।
राजस्थान में राम रहीम और हनीप्रीत से जुड़े सभी कामकाज प्रदीप ही संभालता था। राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद पंचकुला में उपद्रव करने वाले लोगों को सभी निर्देश प्रदीप ही दे रहा था। प्रदीप उदयपुर जिले के आदिवासी क्षेत्र झाडोल से 100 आदिवासियों को पैसे देकर पंचकूला लेकर गया था। इधर हनीप्रीत को लेकर हरियाणा पुलिस बुधवार देर शाम श्रीगंगानगर जिले में स्थित राम रहीम के पैतृक गांव गुरसर मोड़यिा पहुंची। बताया जा रहा है कि वह गुरसर मोड़यिा और आसपास के क्षेत्रों में पांच दिन रूकी थी। हरियाणा पुलिस इन गांवों में हनीप्रीत के रूकने वाले स्थानों की तस्दीक कराने के लिए उसे यहां लेकर आई।
बताया जा रहा है कि वह तीन दिन गुरसर मोड़यिा में लड़कियों के स्कूल में बने हॉस्टल और दो दिन लधुवाला गांव में गिलों की ढांणी में रही। दो दिन बीकानेर में रही। पंचकुला के एएसपी मुकेश मल्होत्रा के नेतृत्व में आई हरियाणा पुलिस की टीम ने राम रहीम के पैतृक गांव और अन्य स्थानों की हनीप्रीत से तस्दीक करवाई । इस दौरान हनीप्रती का मुंह कपड़े से ढका हुआ था ।