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Rajasthan Politics: कांग्रेस विधायकों की शिकायतों को निपटारा मुख्यमंत्री कार्यालय स्तर पर होगा

गहलोत ने बैरवा से बात कर आश्वस्त किया कि उनकी सभी समस्याओं का निपटारा मुख्यमंत्री कार्यालय के स्तर पर होगा। बैरवा सहित सभी विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों से जुड़े विकास कार्य एवं उनकी सिफारिश से सरकारी कर्मचारियों के तबादलों का काम मुख्यमंत्री कार्यालय का एक वरिष्ठ अधिकारी देखेगा।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 14 Oct 2020 01:54 PM (IST)Updated: Wed, 14 Oct 2020 01:54 PM (IST)
Rajasthan Politics: कांग्रेस विधायकों की शिकायतों को निपटारा मुख्यमंत्री कार्यालय स्तर पर होगा
विधायक बाबूलाल बैरवा का मामला कांग्रेस आलाकमान तक पहुंच गया

जयपुर, जागरण संवाददाता। दलित विधायकों की अशोक गहलोत सरकार मे सुनवाई नहीं होने और मंत्रियों के व्यवहार को लेकर सार्वजनिक रूप से बयानबाजी करने वाले विधायक बाबूलाल बैरवा का मामला कांग्रेस आलाकमान तक पहुंच गया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन ने इस संबंध में मुख्यमंत्री गहलोत और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से बात की है।

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गहलोत ने बैरवा से बात कर आश्वस्त किया कि उनकी सभी समस्याओं का निपटारा मुख्यमंत्री कार्यालय के स्तर पर होगा। बैरवा सहित सभी विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों से जुड़े विकास कार्य एवं उनकी सिफारिश से सरकारी कर्मचारियों के तबादलों का काम मुख्यमंत्री कार्यालय का एक वरिष्ठ अधिकारी देखेगा। डोटासरा ने भी बैरवा को बुलाकर बात की। डोटासरा ने बैरवा की नाराजगी को दूर करने का प्रयास किया।

उन्होंने कहा कि विधायकों का सम्मान रखने के लिए मंत्रियों को कहा जाएगा। बैरवा को भरोसा दिलाया गया कि सरकार में किसी भी दलित विधायक की अनदेखी नहीं होगी। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस आलाकमान तक पिछले कुछ दिनों में सरकार में विधायकों एवं पार्टी कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं होने की बात पहुंची है। विधायक जहां उनकी सिफारिश से काम नहीं होने की शिकायत कर रहे हैं, वहीं कार्यकर्ता मंत्रियों के व्यवहार से नाराज है। जिलों के दौरे पर जाते समय मंत्रियों द्वारा कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता नहीं देने शिकायत भी आलाकमान तक पहुंची है। आलाकमान तक पहुंची शिकायत में विधायकों ने कहा कि मुख्यमंत्री तो प्रत्येक विधायक को धर्यपूर्वक सुनने के साथ ही विकास से जुड़े काम भी करते हैं।

मुख्यमंत्री नियमित रूप से प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय भी जाते हैं। लेकिन मंत्री ना तो अपने आवास पर मिलते हैं और ना ही दफ्तर में उपलब्ध होते हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बावजूद मंत्री मनमाने ढंग से तबादले करते हैं। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को बैरवा ने एक बयान जारी कर कहा था कि सरकार में दलित विधायकों के काम नहीं होते हैं। इसके साथ ही उन्होंने चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा व उर्जा मंत्री डॉ.बी.डी.कल्ला को लेकर भी कई तरह की टिप्पणी की थी। 


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